Saurav Ganguly On Indian Cricket: पूर्व भारतीय खिलाड़ी सौरव गांगुली अपने जमाने के सबसे बेहतरीन कप्तानों में एक माने जाते हैं. सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम वर्ल्ड कप 2003 के फाइनल में पहुंची थी. हालांकि, आस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था. अब सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद अजहरूद्दीन और राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों से कभी खुद की तुलना नहीं की.
'किसी और से खुद की तुलना नहीं की'
गौरतलब है कि पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली फिलहाल BCCI के अध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा कि कप्तान और लीडर दोनों अलग-अलग है. कप्तान के तौर पर आपको सीनियर खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाना होता है. सौरव ने कहा कि कप्तान होने के नाते ग्राउंड पर अपनी टीम का नेतृत्व करना होता है. जबकि लीडर के तौर पर टीम बनाना होता है. पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि मैंने सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद अजहरूद्दीन और राहुल द्रविड़ के साथ काम किया है, लेकिन कभी खुद की तुलना नहीं की.
'मैंने भारतीय क्रिकेट में बदलाव करीब से देखा है'
सौरव गांगुली ने कहा कि मैंने भारतीय क्रिकेट में बदलाव करीब से देखा है. इस दौरान मैंने पाया कि यहां अलग-अलग तरह से काम करने वाले लोग हैं. साथ ही मैंने देखा है कि भारत में टैलेटेंड खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है. लेकिन मेरा मानना है कि जब तक उस टैलेंट को अच्छा स्टेज नहीं मिलेगा, तब तक वह निखर कर नहीं आएगा. सौरव गांगुली ने कहा कि मेरी कप्तानी में कई युवा खिलाड़ियों ने अपना डेब्यब किया और फिर बाद में भारतीय टीम के कप्तान बने.
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