Sourav Ganguly Letter: सौरव गांगुली ने वीरेंद्र सहवाग को लिखा पत्र, टेस्ट क्रिकेट को बदलने का दिया श्रेय; पढ़ें क्या कुछ लिखा
Sourav Ganguly Letter: पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग को ओपन लेटर लिखा है. यहां पढ़िए दादा ने अपने पत्र में क्या कुछ लिखा.
Sourav Ganguly Letter To Virender Sehwag: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान व पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपने साथी खिलाड़ी रहे पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग को ओपन लेटर (पत्र) लिखा है. इस लेटर में दादा ने सहवाग को टेस्ट क्रिकेट को बदलने का श्रेय दिया है.
बता दें कि सोमवार को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने वीरेंद्र सहवाग, डायना इडुल्जी और अरविंद डिसिल्वा को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया. इसके बाद दादा ने सहवाग को पत्र लिखा.
सौरव गांगुली ने सहवाग की तारीफ करते हुए पत्र में लिखा, "जो चीज आपको विशेष बनाती है वो आपकी बल्लेबाजी का तरीका है. आपने टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष पर बल्लेबाजी के आयाम को बदला. तब यह अलग युग था. 2000 के दशक की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट दुनिया भर में स्तरीय खिलाड़ियों की मौजूदगी में काफी मजबूत था, लेकिन आपने टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी की कला को पूरी तरह से बदल दिया."
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ने आगे लिखा, "जो पारी इसे साबित करती है वह आपके श्रीलंका के खिलाफ 2009 में बनाए 293 रन है. टेस्ट क्रिकेट में एक दिन में इतने रन बनाना और वह भी उस आक्रमण के खिलाफ जिसमें मुथैया मुरलीधरन शामिल हो, यह दर्शाता है कि आप क्या करने में सक्षम हो. आपने विभिन्न प्रारूपों में खेलने का लुत्फ उठाया और आप वनडे क्रिकेट में अच्छे थे, लेकिन मुझे लगता है कि आप टेस्ट क्रिकेट में और बेहतर थे."
गांगुली ने लिखा, "आप इसे सभी परिस्थितियों में कर सकते थे और मुल्तान में आपका तिहरा शतक मेरी पसंदीदा पारियों में से एक है. आपने 200 तक पहुंचने के लिए छक्का मारा और फिर 300 तक पहुंचने के लिए भी वैसा ही किया और आपने हमें बताया था कि आप ऐसा करने जा रहे हैं."
गांगुली ने लिखा कि आईसीसी ने हॉल ऑफ फेम में शामिल करने के लिए बिलकुल सही व्यक्ति को चुना है. उन्होंने टीम के अपने पूर्व साथी को दिग्गज क्रिकेटर और सुनील गावस्कर के बाद संभवत: सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज करार दिया.