नई दिल्ली: पिंक ड्रेस एक बार फिर से दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए लकी चार्म बनकर उभरी, जबकि नो बॉल का भूत एक बार फिर से भारतीय टीम के लिए हार बुरा सपना बनकर मैदान पर नज़र आया.
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही छह मैचों की वनडे सीरीज़ के चौथे मुकाबले को दक्षिण अफ्रीका ने डकवर्थ लुइस नियम के तहत 5 विकेट से जीत लिया है. बारिश के खलल के बाद मिले संशोधित 28 ओवर में मिले 202 रनों के लक्ष्य को मेज़बान टीम ने 25.3 ओवरों में 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया.
इस मुकाबल में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 289 रन बनाए. भारत के लिए शिखर धवन ने आतिशी शतक लगाया.
लेकिन इसके बाद मुकाबले में बारिश के खलल ने टीम इंडिया की मुश्किलें बड़ा दी. इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम की शुरूआत अच्छी रही और बारिश की वजह से खेल रूकने से पहले हाशिम आमला और कप्तान मार्करान ने 7.2 ओवरों में 43 रन जोड़ दिए थे. लेकिन बारिश से ठीक पहले जसप्रीत बुमराह ने कप्तान मार्करैम (22) को एलबीडब्ल्यू कर चलता कर दिया.
इस बाद मैच लंबे अंतराल के लिए रूका रहा और बारिश रुकने पर मैदान को सुखाने का काम करते हुए सुपर सॉपर्स का इस्तेमाल किय गया. मैदान का मुआयना करने के बाद अंपायरों ने 12 बजे से फिर से मैच शुरू होने की पुष्ठी की. इसके बाद मैच को 28 ओवर का करने का ऐलान किया गया. जिसमें मेज़बान टीम को 202 रन बनाने थे. यानि की बाकी बची 124 गेंदों पर 159 रन.
लेकिन बारिश रूकने के बाद कुलदीप यादव की फिरकी एक बार फिर से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ों के लिए परेशानी बनना शुरू हो गई. उन्होंने मैच शुरू होने के कुछ देर में ही हाशिम आमला और जेपी डूमिनी को चलता कर दिया.
इन दोनों के विकेट के बाद सीरीज़ में पहली बार उम्मीद की किरण बनकर आए एबी डीविलियर्स ने 2 छक्के लगाकर अपने हाथ खोलने चाहे. लेकिन टीम का स्कोर 100 रनों के पार पहुंचाने के बाद वो हार्दिक पांड्या का शिकार बन गए.
लेकिन भारतीय टीम के लिए मुश्किलें यहां खत्म नहीं हुईं. क्योंकि प्रोटियाज़ के लिए इस मुकाबले में जीत के सबसे बड़े हीरो रहे डेविड मिलर और दूसरा वनडे खेल रहे हैनरिक क्लासेन. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने 102/4 विकेट गिरने के बाद 41 गेंदों में 72 रनों की अहम साझेदारी कर जीत की नींव तैयार कर दी. इसके बाद 28 गेंदों में 39 रनों की मैच विनिंग पारी खेलने के बाद मिलर को चहल ने एलबीडबल्यू आउट किया.
यहां टीम इंडिया के लिए कुछ उम्मीदे जगी लेकिन फिर हैनरिक क्लासेन के साथ मिलकर फेहलुकवायो ने मैच का पूरा नक्शा ही बदल दिया. उन्होंने मैदान पर उतरते ही ऐसा प्रचंड रूप दिखाया और 5 गेदों पर 3 छक्के और एक चौके के साथ 23 रनों की आतिशी पारी खेल टीम को 15 गेंद पहले जीत दिला दी. हैनरिक क्लासेन को 27 गेंदों पर 43 रनों की नाबाद पारी के लिए मैन ऑफ द मैच अवार्ड भी मिला.
इससे पहले भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका के सामने 289 रन बनाए थे. भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी. इसके बाद सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (109) और कप्तान विराट कोहली (75) जब तक विकेट पर थे लग रहा था कि मेहमान टीम 300 के पार आसानी से जाएगी, लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद भारत 50 ओवरों में सात विकेट पर 289 रनों पर ही रुक गया.
अंत में महेंद्र सिंह धौनी ने 43 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 42 रनों की पारी खेल टीम को सम्मानजनक प्रदान किया था.
पिछले तीन मैचों की तरह ही रोहित शर्मा (5) का बल्ला इस मैच में भी खामोश रहा. वह 20 के कुल स्कोर पर कागिसो रबादा की गेंद पर उन्हीं को कैच दे बैठे. लेकिन इसके बाद कप्तान और धवन ने टीम को शुरुआती झटके से उबारा. दोनों ने पिछले मैच की ही तरह इस मैच में मेजबान टीम के गेंदबाजों को आसानी से खेला.
हालांकि अंत में भारतीय मिडिल ऑर्डर लड़खड़ाया और टीम इंडिया बड़ा स्कोर बनाने में नाकामयाब रही.