पांच वनडे मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में श्रीलंका को डकवर्थ-लुईस के तहत 41 रनों से हराकर सीरीज पर 5-0 से कब्जा जमा लिया. श्रीलंका की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 225 रन बनाए जिसके जवाब में मेजाबन टीम का स्कोर जब 28 ओवर में 135/2 था, तभी मैदान पर लगे फ्लडलाइट खराब हो गए और मैच रोकना पड़ा. इसके बाद, मुकाबला दोबारा शुरू नहीं हो पाया.
एडेन मारक्रम को 67 रनों की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच और क्विंटन डी कॉक को पांच मैचों में 353 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया.
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया, लेकिन उसकी शुरुआत बेहद खराब रही. उसने 63 रनों के कुल योग पर ही तीन विकेट खो दिए. कुसल मेंडिस और एंजेलो परेरा के बीच चौथे विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी हुई.
मेंडिस को 56 के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए और उनके जाने के बाद, मेहमान टीम का कोई भी खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल पाया. एंजेलो ने 31 और प्रियमल परेरा ने 33 रनों का योगदान दिया. इसुरु उदाना ने 32 रनों की पारी खेली.
साउथ अफ्रीका की ओर से कगिसो रबाडा ने तीन, एनरिक नॉर्टजे और इमरान ताहिर ने दो-दो विकट चटकाए. लुंगी नगीडी एवं एंडीले फेकलुकवायो ने एक-एक विकेट मिला.
लक्ष्य का पीछा करते हुए मेहमान टीम की शुरुआत भी खराब रही. बेहतरीन फॉर्म में चल रहे सलमी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक सिर्फ छह रन बनाकर पवेलियन लौट गए. मारक्रम ने फाफ डू प्लेसी (24) के साथ दूसरे विकेट के लिए 70 रनों की साझेदारी की. उन्होंने अपना अर्द्धशतक पूरा किया और जब मैच रुका तब वह 67 रन बनाकर नाबाद थे. वैन डर डुसेन 28 रन बनाकर नाबाद रहे.
श्रीलंका के लिए लसिथ मलिंगा और थिसारा परेरा ने एक-एक विकेट लिया.