गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से बड़ी बढ़त हासिल करने के बाद साउथ अफ्रीका ने चौथे टेस्ट में शिकंजा कस लिया है. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने दूसरी पारी में तीन विकेट पर 134 रन के साथ अपनी कुल बढ़त 400 रन के पार पहुंचा ली है.

पहली पारी में 267 रन की बढ़त हासिल करने वाले साउथ अफ्रीका को कुल 401 रन की बढ़त हासिल है. दिन का खेल खत्म होने पर सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर 39 जबकि कप्तान फाफ डु प्लेसिस 34 रन बनाकर खेल रहे थे. सलामी बल्लेबाज ऐडन मार्करम ने भी 37 रन बनाए.

इससे पहले वर्नन फिलेंडर (30 रन देकर तीन विकेट), कागिसो रबादा (53 रन पर तीन विकेट) और केशव महाराज (92 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में 221 रन ही बना सकी.

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन आउट होने वाले अंतिम बल्लेबाज रहे. उन्होंने 62 रन बनाने के अलावा पैट कमिंस (50) के साथ सातवें विकेट के लिए 99 रन जोड़े जो मौजूदा सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी साझेदारी है.

पेन को तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और उप कप्तान डेविड वार्नर को तीसरे टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में दोषी पाए जाने के बाद स्वेदश भेजे जाने के कारण कप्तानी सौंपी गई है. वह अपने दायें हाथ के अंगूठे में हेयरलाइन फ्रैक्चर के बावजूद बल्लेबाजी के लिए उतरे. शनिवार को विकेटकीपिंग के दौरान उन्हें यह चोट लगी थी.

इससे पहले मोर्ने मोर्कल दिन के चौथे ओवर में ही मांसपेशियों में खिंचाव के कारण वापस लौट गए. वह हालांकि लंच के बाद बाकी टीम के साथ मैदान पर उतरे जिससे दूसरी पारी में उनके गेंदबाजी करने की उम्मीद बढ़ गई है.

सुबह हालात आसमान के छाए बादलों के कारण गेंदबाजी के अनुकूल थे लेकिन दिन की शुरुआत छह विकेट पर 110 रन से करने वाले ऑस्ट्रेलिया को पेन और कमिंस ने अच्छी शुरुआत दिलाई और दोनों ने लंच से कुछ पहले तक साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा.

कमिंस ने 92 गेंद में छह चौकों और एक छक्के की मदद से अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया. वह बायें हाथ के स्पिनर महाराज की गेंद पर पगबाधा हुए.

लंच के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पांच ओवर में 20 रन के भीतर अपने अंतिम तीन विकेट गंवाए. रबादा की गेंद पर डीन एल्गर ने पेन का शानदार कैच लपका जिन्होंने 96 गेंद का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के मारे.