साउथ अफ्रीका बनाम भारत सेंचुरियन टेस्ट चौथा दिन-


287 रनों के लक्ष्य को हासिल करने उतरी भारतीय टीम को चौथे दिन के आखिरी सेशन में तीन बड़े झटके लगे. डेब्यू कर रहे लुंगी एनगिडी ने के एल राहुल और कप्तान विराट कोहली को पवेलियन की राह दिखाई तो कागिसो रबादा ने मुरली विजय को अपना शिकार बनाया.

दिन का खेल खत्म होने पर चेतेश्वर पुजारा 11 जबकि पार्थिव पटेल पांच रन बनाकर खेल रहे थे. मैच के पांचवें दिन जहां साउथ अफ्रीका को सीरीज जीतने के लिए सात विकेट की तलाश रहेगी तो भारत को जीतने के लिए 252 रन और बनाने होंगे. जिसकी संभावना फिलहाल काफी कम लग रही है.

सुपर स्पोर्ट्स पार्क की पिच के इतिहास को देखते हुए भी भारत की राह आसान नहीं है. यहां पर लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत इंग्लैंड ने वर्ष 2000 में 249 रन का लक्ष्य हासिल करके दर्ज की थी. इस मैदान पर छह बार ही लक्ष्य हासिल किया जा सका है जिसे पांच बार मेजबान टीम ने हासिल किया है.

लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने 16 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय (09) और लोकेश राहुल (04) के विकेट गंवा दिए.

रबाडा की नीची रहती गेंद को विजय लेग स्टंप पर खेल गए जबकि राहुल ने एनगिडी की गेंद पर बेहद खराब शॉट खेलकर बैकवर्ड प्वाइंट पर केशव महाराज को कैच थमाया.

पहली पारी के शतकवीर कप्तान विराट कोहली भी इसके बाद 20 गेंद में पांच रन बनाने के बाद एनगिडी की गेंद पर LBW हो कर पवेलियन लौटे.


खत्म हुई साउथ अफ्रीका की पारी - 







 


डीन एल्गर (61) और एबी डिविलियर्स (80) की शतकीय साझेदारी के दम पर साउथ अफ्रीका ने भारत के सामने 287 रनों का लक्ष्य रखा है. दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन टी के बाद साउथ अफ्रीका की पूरी पारी 258 रनों पर सिमट गई.

एल्गर और डिविलियर्स के अलावा, मेजबान टीम के लिए कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने 48 रनों का अहम योगदान दिया. इस दौरान उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3,000 रन भी पूरे किए.

भारत की ओर से मोहम्मद शमी ने सबसे अधिक चार विकेट लिए, वहीं जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट हासिल किए. इशांत शर्मा को दो सफलता मिली जबकि अश्विन भी एक विकेट लेने में सफल रहे.


टी ब्रेक -
लगातार बदलती गेंद की ऊंचाई के साथ साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी काफी धीमी हो गई है. दूसरे सेशन में 27 ओवर की गेंदबाजी हुई लेकिन अफ्रीकी बल्लेबाजों ने सिर्फ 57 रन जोड़े. कप्तान फाफ डूप्लेसिस काफी संयम और धैर्य के साथ पारी को आगे बढ़ाने में लगे हैं. उन्होंने 122 गेंद में 37 रन बनाए हैं. साउथ अफ्रीका ने टी तक सात विकेट खोकर 230 रन बना लिए हैं और टीम की कुल बढ़त 258 रनों की हो गई है.


दूसरे सेशन में भारत को दो सफलता ही मिल पाई. दोनों विकेट इशांत शर्मा ने लिए. इशांत ने पहले फिलेंडर को  पवेलियन भेजा जो 85 गेंद में 26 रन बना कर खेल रहे थे. इसके बाद उन्होंने केशन महाराज को विकेट के पीछे कैच कराया. राबाडा ने 12 गेंदें खेली है लेकिन अभी तक खाता नहीं खोला है. तीसरे सेशन में दोनों ही टीम कुछ नया करना चाहेगी. जहां साउथ अफ्रीका भारत को 300 के आस-पास का लक्ष्य देऩा चाहेगी तो वहीं भारत के गेंदबाज जल्द बचे तीन विकेट निकालने की कोशिश करेगी.







 


लंच ब्रेक - मोहम्मद शमी की बेहतरीन गेंदबाजी ने पहले सेशन के बाद भारत की उम्मीद जगा दी है. दूसरी पारी में साउथ अफ्रीका के पांच विकेट गिर चुके हैं और बोर्ड में 173 रन बने हैं. हालाकि कुल बढ़त 201 रनों की हो गई है. चौथे दिन के पहले सेशन में भारतीय टीम को जल्द विकेट की जरूरत थी लेकिन कल के नाबाद बल्लेबाज एबी डीविलियर्स (80) और डीन एल्गर (61) ने शतकीय साझेदारी कर भारत की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया.

भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए तरस रहे थे लेकिन इसके बाद जैसे ही गेंद ने रिवर्स स्विंग करना शुरू किया शमी ने तेवर बदल लिए. पहले सेशन में गिरे सभी तीनों विकेट शमी के खाते में गए. सबसे पहले उन्होंने डीविलियर्स को विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों कैच कराया. डीविलियर्स ने 121 गेंदों पर 10 चौके लगाए. शमी ने इसके बाद टीम के दूसरे अहम खिलाड़ी एल्गर को भी लोकेश राहुल के हाथों कैच आउट कर साउथ अफ्रीका को दिन का दूसरा झटका दिया. एल्गर ने भी 121 गेंदें खेलीं और आठ चौके तथा एक छक्का लगाया.

तेज गेंदबाज शमी यहीं नहीं रुके. डिविलियर्स और एल्गर के आउट होने के बाद कप्तान प्लेसिस के साथ टीम की पारी संभालने उतरे क्विंटन डी कॉक (12) को शमी ने पार्थिव पटेल के हाथों कैच आउट कराया. क्विंटन जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 163 था.

कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने इसके बाद फिलेंडर के साथ मिलकर बिना कोई और विकेट गंवाए टीम को 173 के स्कर तक पहुंचाया. दूसरे सेशन में भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के बचे सभी पांचों विकेट जल्द चटकाना चाहेगी. 250 से ज्यादा का लक्ष्य भारतीय टीम के लिए काफी बड़ी बन सकती है.