BY KUNTAL CHAKRABORTY


साउथ अफ्रीका और भारत के बीच खेला जाने वाला तीसरा और अंतिम टी 20 मुकाबला अब किसी फाइनल से कम नहीं है. भारत ने पहले टी 20 में मेजबान को करारी शिकस्त दी तो दूसरे मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने भारतीय गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी. तीसरा मुकाबला शनिवार को केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला जाएगा.


मुकाबले से पहले साउथ अफ्रीका ने बेहद खास तरीके से तीसरे टी 20 की तैयारी की. इस मैदान पर साउथ अफ्रीका का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है. मैदान पर भी टी 20 की तरह रन नहीं बनते. इस मैदान को टी 20 के हिसाब से बेहद लो स्कोरिंग ग्राउंड माना जाता है. ऐसा इसकी पिच की वजह से नहीं बल्कि बड़े ग्राउंड के लिए कहा जाता है. इस मैदान पर बाउंड्री बेहद बड़ी है और बल्लेबाज आमतौर पर लंबे शॉट नहीं लगा पाते. रिकॉर्ड को देखें तो अब तक खेले गए 15 मैच की 30 पारी में सिर्फ 10 बार कोई टीम 150 का आंकड़ा पार कर पाई है.







 


इन्हीं रिकॉर्ड और बड़े बाउंड्री को देखकर अफ्रीकी बल्लेबाजों ने शुक्रवार को खास प्रैक्टिस की. वाह क्रिकेट संवाददाता कुंतल चक्रवर्ती की रिपोर्ट के अनुसार प्रैक्टिस सेशन के दौरान साउथ अफ्रीका से सभी बल्लेबाजों को सिर्फ एक मौका मिला. ये मौका बेहद खास था और इस दौरान उन्हें लंबा शॉट खेलना था ताकि गेंद छह रनों के लिए जाए. एक भी गेंद अगर वो बाउंड्री के पार नहीं पहुंचा पाए तो उन्हें आउट माना जा रहा था और नए बल्लेबाज को छक्का लगाने का मौका मिल रहा था. अफ्रीकी बल्लेबाजों ने करारे और गगनभेदी छक्के लगाकर भारतीय गेंदबाजों को रणनीति में बदलाव के लिए मजबूर कर दिया है.


बल्लेबाजों को इस दौरान पैड पहनने की इजाजत नहीं थी. ऐसा इसलिए किया गया ताकि वो अपने हाथ को पूरी आजादी के साथ घूमा सके. लेकिन दूसरी तरफ बाउंड्री पर 8-10 खिलाड़ियों को भी तैनात किया गया ताकि बल्लेबाजों के अंदर कैच आउट होने का भी डर बना रहे. साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने कुल 45 मिनट तक छक्का लगाने का अभ्यास किया ताकि बदलते दौर और मैदान के रिकॉर्ड को बदल पाएं.







 


रिकॉर्ड की बात करें तो मेजबान के लिए यह मैदान जीत से ज्यादा हार की कहानी कहता है. साउथ अफ्रीका ने यहां 8 टी 20 मुकाबले खेले हैं जिसमें 5 बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. भारत पहली बार इस मैदान पर टी 20 मुकाबला खेलेगा.