नई दिल्ली: अपने गेंदबाज़ी ऐक्शन में बदलाव के बाद से पाकिस्तान के लिए खास मौका नहीं मिलने के बाद आखिरकार स्पिनर सईद अजमल ने क्रिकेट जगत से संन्यास का ऐलान कर दिया है. सईद अजमल पाकिस्तान में खेले जा रहे नेशनल टी20 टूर्नामेंट में आखिरी बार खेलते हुए नज़र आएंगे.
पाकिस्तान के लिए 8 साल तक खेले सईद ने संन्यास के ऐलान के साथ ही कहा कि 'अब मैं किसी भी तरह से अपनी पर बोझ नहीं बनना चाहते. साथ ही नेशनल टीम में मेरे चयन को लेकर कोई विवाद उठे उससे पहले मैं ख़ुद ही ये कड़ा फैसला ले रहा हूं.'
सईद अजमल साल 2011 से लेकर 2014 तक पाकिस्तान के लिए सबसे बड़े मैच विनर रहे. इस दौरान वो आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर एक गेंदबाज़ के पद भी रहे. सईद अजमल की बेहतरीन गेंदबाज़ी की मदद से पाकिस्तान की टीम ने 2009 में टी20 खिताब भी जीता.
अजमल ने अपने इस कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान के लिए कुल 35 टेस्ट मुकाबलों में 178 विकेट, 113 वनडे मैचों में 184 विकेट जबकि 64 टी20 मुकाबलों में 85 विकेट चटकाए. अजमल साल 2015 में आखिरी बार बांग्लादेश के खिलाफ टी20 मुकाबले में खेले. जिसमें वो कोई भी विकेट चटकाने में नाकामयाब रहे. जिसके बाद से अजमल को टीम में मौका नहीं मिला.
अपनी टीम के ही लिजेंड सकलेन मुश्ताक के नक्शे कदम पर चलते हुए अजमल को उनकी दूसरा गेंद के लिए खास पहचान भी मिली. जिसकी मदद से उन्होंने वर्ल्ड क्रिकेट के कई धुरंधर बल्लेबाज़ों को धूल भी चटाई.
भारतीयों को अजमल, सचिन पर बयानबाजी की वजह से याद रहें. सचिन तेंदुलकर के आखिरी वनडे मुकाबले के बाद अमजल ने मज़ाकिया अंदाज़ में सचिन पर कहा था कि 'उनके हाथों आउट होने के बाद ही तेंदुलकर ने आगे नहीं खेलना का फैसला लिया था.' हालांकि बाद में वो अपने इस बयान से पलट भी गए थे. अजमल ने साल 2012 के एशिया कप में सचिन को 48 रन के स्कोर पर आउट किया था. जो कि उनके करियर का आखिरी मैच भी साबित हुआ.
भारत के खिलाफ अजमल काफी सफल गेंदबाज़ भी रहे. वनडे में उन्होंने भारत के खिलाफ 10 मुकाबलों में 21 विकेट भी चटकाए.
हालांकि उनके करियर की शुरूआत में ही साल 2009 में उनके गेंदबाजी एक्शन पर आईसीसी ने प्रतिबंध लगाया था. लेकिन इसके तुरंत बाद ही उन्हें क्लीन चिट भी मिल गई थी.