श्रीलंका क्रिकेट में क्रिकेटर्स के वेतन को लेकर छिड़ा विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है. श्रीलंका के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज अरविंद डिसिल्वा ने राष्ट्रीय टीम के क्रिकेटरों को निशाने पर ले लिया है. डिसिल्वा ने श्रीलंका टीम के खिलाड़ियों से कहा है कि वे शिकायत करने की बजाय मैच जीतने पर ध्यान दें. 


श्रीलंका के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज अरविंद डिसिल्वा खिलाड़ियों के साथ छिड़े विवाद को सुलझाने वाली समिति के अध्यक्ष हैं. डिसिल्वा की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा प्रस्तावित खिलाड़ियों के सालाना अनुबंध को भी सही ठहराया है.


डिसिल्वा ने कहा कि केंद्रीय अनुबंध को खिलाड़ियों द्वारा खारिज किया जाना अनुचित है क्योंकि शीर्ष टीमों के खिलाफ सीरीज जीतने पर बोर्ड अधिक राशि दे रहा है. उन्होंने कहा, ''यह गलत है कि हमारे खिलाड़ी अनुबंध को खारिज कर रहे हैं. सबसे अहम बात यह है कि उन्हें शिकायतें करने की बजाय अच्छा खेलने और श्रृंखलायें जीतने पर फोकस करना चाहिये.''


24 खिलाड़ियों को पेश किया गया कॉन्ट्रैक्ट


डिसिल्वा ने खिलाड़ी से पॉजिटिव रवैया अपनाने की अपील की. पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने कहा, ''सकारात्मक रवैये से उन्हें अधिक फायदा होगा जैसे क्षेत्र की दूसरी टीमों को होता है.''


श्रीलंका क्रिकेट ने पिछले सप्ताह कहा था कि उनके 24 क्रिकेटरों को चार कैटेगरी में कॉन्ट्रैक्ट की पेशकश की गई है और इसे मंजूर करने के लिये तीन जून तक की समय सीमा है. इसमें ए श्रेणी में छह ही क्रिकेटर हैं जिनका सालाना वेतन 70000 से एक लाख डॉलर के बीच है. बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा को सर्वाधिक एक लाख डॉलर का अनुबंध दिया गया है जबकि बाकी सभी के 70 से 80 हजार डॉलर के बीच हैं.


श्रीलंका क्रिकेट टीम के कई बड़े खिलाड़ी  बोर्ड के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. मैथ्यूज जैसे बड़े खिलाड़ी ने बोर्ड के फैसले का विरोध जताते हुए बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया था.


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