डिकवेला और गुणारत्ने ने श्रीलंका को जिंबाब्वे पर दिलाई रिकॉर्ड जीत
कोलंबो: निरोशन डिकवेला और असेला गुणारत्ने की शानदार पारियों की बदौलत श्रीलंका ने 388 रन के रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए एकमात्र टेस्ट मैच में जिंबाब्वे को चार विकेट से हरा दिया. गुणारत्ने (नाबाद 80) और डिकवेला (81) के बीच छठे विकेट की 121 रन की साझेदारी की बदौलत श्रीलंका ने अपना सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया.
इससे पहले श्रीलंका का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ था जब उसने 352 रन का लक्ष्य हासिल किया था. यह एशिया में हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य और टेस्ट मैचों में पांचवां सबसे बड़ा लक्ष्य है.
डिकवेला के आउट होने के बाद मैन ऑफ द मैच बने गुणारत्ने ने दिलरुवान परेरा (नाबाद 29) के साथ 67 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को जीत दिलाई. नये कप्तान दिनेश चांदीमल की अगुआई में इस तरह श्रीलंका की टीम वनडे सीरीज में इसी टीम के खिलाफ 2-3 की हार से भी उबरने में सफल रही.
जिंबाब्वे के कप्तान ग्रीम केमर ने दूसरी पारी में चार और मैच में कुल 275 रन देकर नौ विकेट चटकाए. गुणारत्ने ने 151 गेंद की अपनी पारी के दौरान छह चौके मारे.
विकेटकीपर बल्लेबाज डिकवेला ने बायें हाथ के स्पिनर सीन विलियम्स की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाने से पहले अपने भाग्य की बदौलत 81 रन बनाए. विकेटकीपर रेगिस चकाबवा ने सिकंदर रजा की गेंद पर 37 रन के स्कोर पर उन्हें स्टंप करने का मौका गंवाया जबकि 63 रन पर उनका कैच भी नहीं लपक पाए.
स्टंपिंग चूकना जिंबाब्वे को काफी भरी पड़ा. इस फैसले को तीसरे अंपायर के पास भेजा गया जिसने बल्लेबाज को नॉटआउट करा दिया जबकि रीप्ले में दिखा की पैर लाइन पर था और ऐसे मामले में बल्लेबाज को आउट दिया जा सकता था.
इससे पहले श्रीलंका ने दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 170 रन से की. क्रीमर ने कल के नाबाद बल्लेबाज कुसाल मेंडिस (66) को जल्द पवेलियन भेजा और फिर एंजेलो मैथ्यूज (25) को अपनी ही गेंद पर लपका जिसके बाद डिकवेला और गुणारत्ने मेजबान टीम को लक्ष्य के करीब ले गए.
श्रीलंका अब दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम भारत की तीन टेस्ट, पांच वनडे और एक टी20 मैच के लिए मेजबानी करेगा.