हरारे: जिम्बाब्वे और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहली पारी में जिम्बाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रेमर (नाबाद 102) के करियर के पहले शतक की बदौलत श्रीलंका के खिलाफ फॉलोआन बचाने में तो सफल रहा, लेकिन उनकी पहली पारी श्रीलंका से 164 रन छोटी रह गई. हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर चल रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने से ठीक पहले जिम्बाब्वे की पहली पारी 373 रनों पर समाप्त हुई. जिम्बाब्वे का यह 100वां टेस्ट मैच है.
श्रीलंका ने दिन का खेल समाप्त होने तक दूसरी पारी में बिना विकेट गंवाए पांच रन बना लिए हैं और 169 रनों की बढ़त हासिल कर ली है. एक विकेट पर 88 रन के पिछले दिन के स्कोर से आगे खेलने उतरी जिम्बाब्वे को पहला झटका जल्द ही टिनो मावोयो (45) के रूप में लगा. पिछले दिन के निजी योग में मावोयो अभी चार रन ही जोड़ सके थे कि सुरंगा लकमाल ने उन्हें असेला गुणारत्ने के हाथों कैच करा दिया.
हैमिल्टन मसाकाद्जा (33) भी अपने पिछले स्कोर में बिना रन जोड़े पवेलियन लौट गए. जिम्बाब्वे दिन के पहले सत्र में सीन विलियम्स (10), क्रेग इरविन (12) और मैल्कम वॉलर (22) के विकेट भी गंवा बैठा. 139 के स्कोर पर जिम्बाब्वे के छह बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे.
इसके बाद पीटर मूर (79) और कप्तान क्रेमर ने सातवें विकेट के लिए 132 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाल लिया. दूसरे सत्र में मूर के रूप में एकमात्र विकेट गिरा. मूर के जाने के बाद क्रेमर ने डोनाल्ड टिरिपानो (46) के साथ भी 92 रनों की साझेदारी निभाई और अपनी टीम को फॉलोआन के खतरे से बाहर निकाल लिया.
हालांकि जिम्बाब्वे की टीम आखिरी के तीन विकेट फिर जल्दी-जल्दी गंवा बैठा. कप्तान क्रेमर एक छोर संभालकर अंत तक नाबाद खड़े रहे. क्रेमर ने 207 गेंदों का सामना किया और 10 चौके लगाए.
श्रीलंका के लिए लकमाल और कप्तान रंगना हेराथ ने तीन-तीन विकेट चटकाए. दिलरुवन परेरा को दो विकेट मिला. श्रीलंका ने पहली पारी में कुशल परेरा (110) और उपुल थरंगा (नाबाद 110) की बदौलत 537 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया है. जिम्बाब्वे के लिए क्रेमर ने गेंदबाजी में भी बेहतरीन योगदान दिया था. उन्होंने पहली पारी में चार विकेट हासिल किए हैं.