विश्व क्रिकेट में कई बड़े रिकॉर्ड बना चुकी कप्तान मिताली राज ने श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे में करियर की सर्वोच्च पारी खेली. मिताली के बल्ले से नाबाद 125 रन आए लेकिन इसके बाद भी टीम को जीत नहीं मिल सकी. आईसीसी चैंपियनशिप के तहत खेले गए तीनों मैचों की वनडे सीरीज भारत ने 2-1 से अपने नाम किया.


भारत पहले ही पहले दो वनडे जीतकर सीरीज अपने नाम कर चुका था. लेकिन तीसरे मैच में वे पांच विकेट पर 253 रन के स्कोर का बचाव नहीं कर सके जिसमें मिताली के नाबाद 125 रन और सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना की 51 रन की पारी भी शामिल थी.


युवा जेमिमा रोड्रिगेज (शून्य) के आउट होने के बाद इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 102 रन की भागीदारी निभायी. मिताली ने 14 महीने में अपना पहला और सातवां वनडे शतक जड़ा. उन्होंने 143 गेंद में 14 चौके और एक छक्के से 125 रन बनाए.


श्रीलंकाई कप्तान चामरी अटापट्टू की 115 रन की शतकीय पारी और सलामी बल्लेबाज हसिनी परेरा (45) के साथ 101 रन की साझेदारी से इस लक्ष्य को हासिल करने की नींव रखी.


इन दोनों बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने दबदबा तो बनाया लेकिन लोउर ऑर्डर के बल्लेबाज कविशा दिलहारी ने संयमित खेल दिखाते हुए एक गेंद रहते जीत दिला दी.


श्रीलंका को अंतिम ओवर में छह रन की दरकार थी. नौंवे नंबर पर उतरी कविशा ने दीप्ति शर्मा की गेंद पर चौका लगाकर मेजबनों को सांत्वना जीत दिलायी.


झूलन गोस्वामी और मानसी जोशी ने दो दो विकेट चटकाए. इन दोनों ने मध्यक्रम में झटके दिये लेकिन अंत में यह प्रयास नाकाफी रही.


दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज बुधवार को शुरू होगी.