रोमांचक मोड़ पर पहुंचा श्रीलंका-जिम्बाब्वे टेस्ट मैच
कोलंबो: श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच खेला जा रहा एकमात्र टेस्ट मैच अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है. बड़े लक्ष्य का पीछा कर रही श्रीलंकाई टीम चौथे दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट पर 170 रन बना लिए हैं. इस तरह अब श्रीलंका को जीत के लिए 218 रनों की जरुरत है जबकि 7 विकेट अभी शेष है.
इससे पहले जिम्बाब्वे ने सिकंदर रजा (127) के करियर के पहले शतक और मैलकम वालेर (68) और कप्तान ग्रीम क्रेमर (48) की उम्दा पारियों से खेल के चौथे दिन अपनी दूसरी पारी में 377 रन बनाकर श्रीलंका के सामने मुश्किल लक्ष्य रखा. श्रीलंका तीन विकेट गंवाने के बावजूद अब भी लक्ष्य हासिल करने की स्थिति में हैं क्योंकि आर प्रेमदासा स्टेडियम की पिच से गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिल रही है.
श्रीलंका को कल मैच के पांचवें और अंतिम दिन जीत के लिये 218 रन बनाने होंगे और उसके सात विकेट बचे हुए हैं. श्रीलंका का दारोमदार कुशाल मेंडिस (नाबाद 60) और पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (नाबाद 17) पर टिका है. जिम्बाब्वे को अपने कप्तान और लेग स्पिनर क्रेमर से उम्मीद रहेगी जिन्होंने आज लगातार 19 ओवर किये तथा 67 रन देकर दो विकेट लिये.
क्रेमर ने उपुल थरंगा (27) को पवेलियन भेजने के बाद कप्तान दिनेश चंदीमल (15) को आउट किया जबकि इस बीच बायें हाथ के स्पिनर सीन विलियम्स ने सलामी बल्लेबाज दिमुथ करूणारत्ने (49) को अर्धशतक बनाने से रोका.
इससे पहले जिम्बाब्वे ने सुबह अपनी दूसरी पारी छह विकेट पर 252 रन से आगे बढ़ायी. रजा तब 97 रन पर खेल रहे थे. उन्होंने जल्द ही अपना शतक पूरा किया. उनके और वालेर के बीच सातवें विकेट के लिये 144 रन की साझेदारी आखिर में दिलरूवान परेरा (95 रन देकर तीन विकेट) ने तोड़ी. इसके बाद क्रेमर ने एक छोर अच्छी तरह से संभाला.
रजा की मैराथन पारी का अंत रंगना हेराथ (133 रन देकर छह विकेट) ने किया. रजा ने उनकी सीधी गेंद पर स्वीप शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन चूक जाने से वह बोल्ड हो गये. इसके बाद क्रेमर और डोनाल्ड टिरिपानो (19) ने नौवें विकेट के लिये 55 रन की साझेदारी की.