एशेज सीरीज-2019 में 110 के औसत से पांच मैचों की सात पारियों में 774 रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलिया के सीनियर बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को प्रतिष्ठित काम्पटन-मिलर मेडल से नवाजा गया. खास बात यह है कि स्मिथ लगातार दूसरी बार यह मेडल हासिल करने में सफल रहे हैं.

दरअसल एशेज में शादनार प्रदर्शन के लिए जिस खिलाड़ी को मैन ऑफ द सीरीज चुना जाता है उसे काम्पटन-मिलर मेडल दिया जाता है. इसकी शुरुआत साल 2005 से हुई है. इस मेडल का नाम दिग्गज क्रिकेटर डेनिस काम्पटन केथ मिलर के नाम पर रखा गया है.

स्मिथ सिर में चोट के कारण इस साल की सीरीज में एक मैच में नहीं खेले थे. बावजूद इसके वह सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे.

ऑस्ट्रेलिया को हालांकि द ओवल मैदान पर खेले गए पांचवें और अंतिम मैच में 135 रनों की हार मिली लेकिन यह सीरीज स्मिथ के लिए कई अच्छी यादें लेकर आई.

स्मिथ ने इस सीरीज में तीन शतक और तीन अर्द्धशतक लगाए. सात पारियों में उन्होंने 144, 141, 92, 211, 82 और 23 का स्कोर खेला. वह किसी एक एशेज सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में पांचवें स्थान पर आ गए हैं. स्मिथ के अलावा डान ब्रैडमैन ने 1930 में 974 रन, वाली हेमंड ने 1928 में 905 रन, मार्क टेलर ने 1989 में 839 रन, ब्रैडमैन ने 1936 में 810 रन बनाए हैं.

मैच के बाद स्मिथ ने कहा, "इंग्लैंड में बीते दो महीने शानदार रहे. यहां बेहतरीन क्रिकेट खेली गई. मुझे टीम के लिए परफॉर्म करने का गर्व है. इस सीरीज से कुछ बेहतरीन खिलाड़ी निकले. मैथ्यू वेड ने साबित किया कि वह काफी कठिन मिट्टी से बने हैं और इंग्लैंड के लिए जोफ्रा आर्चर बेहतरीन खोज रहे. आर्चर ने आईपीएल के बीते सीजन में अपने लक्षण दिखा दिए थे. वह स्पेशल टैलेंट हैं और उनका भविष्य काफी उज्जवल है."