भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज़ों ने आज चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ के सिडनी में खेले जा रहे आखिरी टेस्ट मुकाबले के पहले दिन ये बता दिया है कि वो 71 साल बाद सीरीज़ जीत के सपने को पूरा करने के इरादे से आज उतरा है.


चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ में 2-1 से आगे चल रही टीम इंडिया ने आज सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे चौथे टेस्ट के पहले दिन 4 विकेट खोकर 303 रन बना लिए हैं.


चेतेश्वर पुजारा (130) की नाबाद शतकीय पारी और मयंक अग्रवाल के तूफानी अर्धशतक के अलावा बल्लेबाज़ों की मदद से भारत ने अंतिम टेस्ट के पहले दिन ही अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. दिन का खेल खत्म होने पर आज पुजारा के साथ हनुमा विहारी (39) नाबाद लौटे हैं. पुजारा ने 250 गेंदों का सामना किया जिसमें उन्होंने 16 चौके लगाए. वहीं विहारी ने 58 गेंदों में 5 चौके लगाए.


भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था. लेकिन भारत की शुरुआत एक बार फिर से खराब रही. एक बार फिर से कप्तान कोहली ने केएल राहुल पर भरोसा जताया लेकिन वो आज फिर से नाकाम साबित हुए. वो सिर्फ 9 रन बनाकर हेज़लवुड का शिकाब बने. लेकिन पहला विकेट गिरने के बाद मैदा पर आए पुजारा से पार पाना ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों के लिए एक बार फिर से टेढ़ी खीर साबित हुआ.


पहले सेशन में राहुल के अलावा भारत ने कोई भी अन्य विकेट नहीं गंवाया और टीम ने लंच तक एक विकेट के नुकसान पर 69 रन बना लिए. हालांकि लंच के बाद लौटते ही मयंक अग्रवाल ने तूफानी रफ्तार में खेलना शुरु किया और अपने दूसरे ही टेस्ट में दूसरा अर्धशतक जड़ गया.


नैथन लायन पर दो छक्के लगाने के बाद तीसरे के प्रयास में मयंक बड़ी ही आसानी से अपना विकेट दे गए. मयंक अग्रवाल ने भी 77 रनों का अहम योगदान दिया. उन्होंने 112 गेंदों में 7 चौके और 2 छक्कों के साथ ये पारी खेली. लेकिन दूसरे सेशन में 177 रनों तक पहुंचने के बाद टीम इंडिया ने कोई अन्य विकेट नहीं खोया. विराट और पुजारा अंत तक जमकर खेलते रहे.


अब दिन के खेल के आखिरी सेशन में बल्लेबाज़ी के लिए उतरी टीम इंडिया को आते ही कप्तान विराट कोहली के रूप में बड़ा झटका लगा. वो 23 के स्कोर पर ही हेज़लवुड की गेंद पर विकेटकीपर टिम पेन को कैच थमा बैठे. 180 के स्कोर पर तीसरा विकेट गिरने के बाद रहाणे ने पुजारा के साथ मिलकर टीम को 200 रनों के पार पहुंचाया. लेकिन 18 रन बनाने के बाद रहाणे भी एक बार फिर से खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे. उन्हें स्टार्क ने चलता किया.


लेकिन आखिरी सेशन में इन दो विकेटों के बावजूद टीम इंडिया का रनरेट नहीं गिरा. पुजारा और हनुमा विहारी ने मानो आखिरी सत्र में ऑस्ट्रेलियंस की परेशानी बढ़ा दी. दोनों बल्लेबाज़ों ने दिन का खेल खत्म होने तक 19.4 ओवरों में 75 रन जोड़े और कोई अन्य विकेट नहीं गिरने दिया.


टीम इंडिया पहले दिन की समाप्ती पर मैच में मजबूत स्थिती में पहुंच गई है.


आस्ट्रेलिया के लिए जोश हेजलवुड ने सबसे अधिक दो विकेट लिए, वहीं मिशेल स्टॉर्क और नाथन लॉयन को एक-एक सफलता मिली है.