विवियन रिचर्ड्स भी पिच पर इस भारतीय गेंदबाज से खाते थे खौफ, बनाया ऐसा रिकार्ड जो आज भी है कायम
नरेंद्र हिरवानी का नाम आज के क्रिकेट प्रेमी भले ही न जानते हों लेकिन 80 के दशक में भारतीय टीम का एक चर्चित नाम बन थे. इस महान गेंदबाज के नाम ऐसा रिकार्ड है जिसे आज भी कोई तोड़ नहीं सका है.
नई दिल्ली: जिस समय क्रिकेट की दुनिया में कैरेबियाई टीम का खौफ छाया हुआ था. विवियन रिचर्ड्स और कार्ल हूपर जैसे खिलाड़ियों के नाम से गेंदबाजों के पसीने छूट जाते थे, ऐसे में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जन्मे नरेंद्र हिरवानी ने पिच पर इन दिग्गज खिलाड़ियों की हेकड़ी निकाल दी थी.
नरेंद्र हिरवानी ने 1987-88 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था. तब इनकी उम्र महज 19 बरस की थी. इस मैच में उन्होने 136 रन देकर 16 विकेट झटके थे. दो पारियों में नरेंद्र हिरवानी ने 8-8 विकेट हासिल किए थे. दूसरी पारी की खास बात ये थी कि 8 विकेट में उन्होंने 5 बल्लेबाज को स्टंप आउट किया था. जो एक ऐसा रिकार्ड है जो न तो इससे पहले कभी बना और न इसके बाद कोई दूसरा तोड़ सका. ये रिकार्ड आज भी कायम है.
पहले ही मैच में नरेंद्र हिरवानी ने अपनी गेंदबाजी का ऐसा जौहर दिखाया कि अच्छे-अच्छे खिलाड़ी भौचक्के रह गए. इसमें विवियन रिचड्र्स का नाम भी आता है. इस टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में विवियन रिचड्र्स को 4 रन पर इस गेंदबाज ने चलता कर दिया था. इस मैच में हिरवानी ने 15.2 ओवर पर वेस्टइंडीज की टीम के 8 विकेट गिरा दिए थे. इस प्रदर्शन को किक्रेट प्रेमी आज भी नहीं भूले हैं. नरेंद्र हिरवानी ने अपनी गेंदबाजी से चेन्नई में खेले गए इस टेस्ट का रूख ही मोड़ दिया था.
जिन लोगों ने इस मैच को दूरदर्शन पर लाइव देखा था उन्हें आज भी नरेंद्र हिरवानी की गेंदबाजी याद है. हिरवानी ने क्रिकेट से बाद में सन्याास ले लिया. देश की पिच पर तो उनकी गेंंद का जादू चलता था लेकिन विदेश में उनकी गेंद वैसा करिश्मा नहीं दिखा पाती थी जैसा भारत में दिखाई देता था. हिरवानी ने अपने जीवन में 8 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. उन्होंने इस दौरान कुल 17 टेस्ट मैच खेले और 66 विकेट लिए. 18 वनडे मैच में उनके नाम 23 विकेट दर्ज हैं. उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच 1996 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला. प्रथम श्रेणी मैचों में हिरवानी ने 167 मैचों में 732 विकेट लिए हैं.