पूर्व भारतीय दिग्गज ओपनर और अपने दौरे के दिग्गज बल्लेबाज रहे सुनील गावस्कर चाहते हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उन वरिष्ठ खिलाड़ियों पर विचार करे, जो महत्वपूर्ण सीरीज से पहले आराम चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जब वे दो महीने से अधिक समय तक नॉन-स्टॉप आईपीएल क्रिकेट खेल सकते हैं, तो देश के लिए खेलने से क्यों कतरा रहे हैं.
बता दें कि ऐसी खबरें आई हैं कि भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली सहित कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों ने बीसीसीआई से उन्हें इस महीने के अंत में वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज से आराम देने का अनुरोध किया है.
कोहली उस दौरे के तीन मैचों की वनडे सीरीज का हिस्सा नहीं हैं. रिपोर्टों के मुताबिक, वह 29 जुलाई से शुरू होने वाली टी20 सीरीज के लिए भी आराम करना चाहते हैं. कुछ सीनियर खिलाड़ियों को टी20 सीरीज से बाहर किए जाने की कथित मांग पर सवाल उठाते हुए गावस्कर ने कहा कि वह इससे सहमत नहीं हैं.
गावस्कर ने कहा, "मैं इससे सहमत नहीं हूं. आप आईपीएल के दौरान आराम नहीं करेंगे और फिर आप भारत के लिए खेलने से आराम लेंगे. मैं इस तर्क से सहमत नहीं हूं. आपको भारत के लिए खेलना है. टी20 का मैच आपके शरीर पर कोई असर नहीं डालता है."
गावस्कर ने आगे कहा, "टेस्ट क्रिकेट में आपका शरीर थकता है, लेकिन टी20 मैच में बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण करना मुश्किल बात नहीं होती. इसलिए इसमें कोई समस्या नहीं है. खिलाड़ियों की आराम की मांग पर बीसीसीआई को अपनी नीति पर फिर से विचार करना चाहिए.
उन्होंने कहा, "हर ए-ग्रेड या ए प्लस ग्रेड खिलाड़ियों को बीसीसीआई से एक बड़ी रिटेनर फीस मिलती है. अनुबंध के अलावा, खिलाड़ियों को मैच खेलने के लिए भारी भुगतान मिलता है. मुझे बताओ, कौन सी कंपनी या कॉर्पोरेट अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, निदेशकों या प्रबंध निदेशकों को इस तरह के भुगतान करती है. क्या कोई कंपनी है जो काम न करने के लिए इतना अधिक वेतन देती है?". गावस्कर ने महसूस किया कि अगर भारतीय क्रिकेट को और अधिक पेशेवर बनना है, तो उसे इस पर विचार करना होगा.
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