Sunil Gavaskar on Virat Kohli: पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जब उन्होंने टेस्ट कप्तानी छोड़ी थी, तब एमएस धोनी (MS Dhoni) के अलावा किसी अन्य ने उन्हें मैसेज नहीं किया था. विराट के इस बयान पर पिछले दो दिनों से चर्चा जारी है. अब महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने विराट के इस बयान पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि विराट कोहली को यह बताना चाहिए कि वह वह किस तरह के संदेश का इंतजार कर रहे थे. गावस्कर ने यह भी कहा कि विराट की कप्तानी वाला चैप्टर अब खत्म हो चुका है और उन्हें अब केवल अपने खेल पर फोकस करना चाहिए.


क्या कहा था विराट ने?
विराट कोहली ने कहा था, 'एक बात मैं आपको बताऊं कि जब मैंने टेस्ट कप्तानी छोड़ी तो सिर्फ एक व्यक्ति का मुझे संदेश आया और वह थे महेंद्र सिंह धोनी. कई लोगों के पास मेरा नंबर है और कई लोग टीवी पर राय देते हैं लेकिन उनमें से किसी और ने मुझे संदेश नहीं भेजा.'


'खिलाड़ियों से पूछो, क्या भाई आपने कोई संदेश नहीं भेजा'
सुनील गावस्कर से ‘स्पोर्ट्स तक’ पर जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'यह कहना बहुत मुश्किल है कि विराट किसका जिक्र कर रहे हैं? अगर उन्होंने कोई नाम लिया होता तो आप उस व्यक्ति से पूछ सकते हैं कि आपने उससे संपर्क किया है या नहीं. मैंने जो सुना है वह यह है कि वह केवल यह कह रहे हैं कि टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बाद सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें फोन किया.'


गावस्कर ने कहा, 'अगर वह पूर्व खिलाड़ियों के बारे में बात कर रहे हैं जो उनके साथ खेले हैं तो हम जानते हैं कि टीवी पर कौन आता है. उसे उस खिलाड़ी का नाम देना चाहिए. उनसे पूछो क्या भाई आपने कोई संदेश नहीं भेजा.'


'वह क्या मैसेज चाहते थे'
गावस्कर ने कहा, 'वह क्या मैसेज चाहते थे? प्रोत्साहन? लेकिन वह कप्तानी छोड़ चुके थे तो उन्हें प्रोत्साहन की आवश्यकता क्यों थी? वह चैप्टर (कप्तानी) पहले ही बंद हो चुका है. अब आप एक सिर्फ क्रिकेटर हैं. तो अब आप खुद को मिले रोल पर ध्यान दें. क्योंकि जब तक आप कप्तान होते हैं तो आपको पूरी टीम की चिंता होती है लेकिन अब वक्त है कि आप केवल अपने खेल पर ध्यान दें.'


'मुझे भी कोई मैसेज नहीं आया था'
गावस्कर ने इस दौरान यह भी बताया कि जब उन्होंने 1985 में आस्ट्रेलिया में बेन्सन एंड हेजेस विश्व क्रिकेट चैंपियनशिप जीतने के बाद कप्तानी छोड़ी तो उनके लिए कोई विशेष मैसेज या फोन नहीं आया था. उन्होंने कहा, 'मैंने 1985 में (बी एंड एच) क्रिकेट विश्व चैम्पियनशिप के बाद कप्तानी छोड़ दी. उस रात हमने जश्न मनाया, एक-दूसरे को गले लगाया लेकिन इससे आगे आप और क्या उम्मीद करते हैं?'


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