Sunil Gavaskar On Rohit Sharma Captaincy: भारतीय टीम के लिए आने वाले 3 महीने काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाले जिसमें कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व का असल इम्तिहान होगा. रोहित की कप्तानी में साल 2022 में टीम ने जब साल 2022 में टी20 वर्ल्ड कप खेला था तो उसमें सेमीफाइनल में हार का साथ सफर खत्म हो गया था. अब रोहित को बतौर कप्तान खुद को साबित करने के लिए आगामी दोनों इवेंट में जीत हासिल करना बेहद जरूरी होगा. ऐसे में उनकी कप्तानी को लेकर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने बड़ा बयान दिया है.


सुनील गावस्कर का हिंदुस्तान टाइम्स में छपे बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि दिन के आखिर में आपकी कप्तानी का आकलन आपके द्वारा जीती गई ट्रॉफियों की संख्या के आधार पर किया जाता है. यदि रोहित आने वाले इन दोनों ही टूर्नामेंट को जीतने में कामयाब होते हैं तो वह खुद को महान कप्तानों में शुमार कर लेंगे.


टीम इंडिया को लेकर सुनील गावस्कर ने कहा कि इस समय टीम में ऑलराउंड खिलाड़ियों की कमी दिखाई दे रही है. गावस्कर ने कहा कि यदि आप साल 1983, 1985 और साल 2011 की टीमें देखें तो उसमें ऑलराउंडर खिलाड़ियों की संख्या काफी अधिक थी. उसमें ऐसे बल्लेबाज थे जो 7 से 8 ओवर गेंदबाजी भी कर सकते थे. 2011 की टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और सुरेश रैना थे जो गेंदबाजी में उपयोगी साबित हुए. यह सबसे बड़ी बात थी.


किस्मत का भी मिलना चाहिए भारतीय टीम को साथ


वर्ल्ड कप जैसे इवेंट में किसी भी टीम के लिए अच्छे खेल के साथ किस्मत का भी साथ होना बेहद जरूरी होता है. इसको लेकर सुनील गावस्कर ने कहा कि पिछले वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ हमारा सेमीफाइनल मुकाबला 2 दिन तक चला. यदि वह पहले दिन ही खत्म होता तो शायद परिणाम कुछ और होता. दिन बदलने के साथ हालात में भी बदलाव देखने को मिला. मुझे लगता है कि ऐसे बड़े इवेंट्स में आपको किस्मत का साथ मिलना भी काफी जरूरी है.


 


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