कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के अधिकतर देशों में लॉकडाउन लगा हुआ है. लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा और बच्चों के साथ अमानवीय घटनाओं में बढ़ोतरी होने के दावे लगातार हो रहे हैं. भारत के क्रिकेटर सुरेश रैना ने इन घटनाओं पर दुख और चिंता जाहिर की है. रैना ने लोगों से इन घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है.
रैना ने कहा, "लॉकडाउन ने हमें अपने परिवार के साथ अच्छे रिश्ते बनाने के कई तरीके सिखाए हैं. लेकिन साथ ही ऐसी खबरें झकझोर देती है कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा और बाल शोषण जैसे अपराधों के मामले दुनियाभर में कितनी तेजी से बढ़े हैं."
रैना ने ट्विट के जरिए ही इन घटनाओं के खिलाफ मुहिम छेड़ने की अपील की. उन्होंने कहा, "मैं ऐसे लोगों से अपील करता हूं कि आगे आकर अपनी आवाज उठाएं और इसके खिलाफ शिकायत करें और शांत न बैठें."
धवन भी उठा चुके हैं आवाज
घरेलू हिंसा की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले रैना अकेले क्रिकेटर नहीं है. रैना से पहले शिखर धवन भी घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं. शिखर धवन और उनकी पत्नी आयशा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने घरेलू हिंसा को लेकर खास संदेश दिए थे.
शिखर ने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा था, "जब मैं अपने प्यारे परिवार के साथ घर पर समय का पूरा आनंद ले रहा हूं, ऐसे समय में मैं घरेलू हिंसा के बारे में सुनकर बहुत निराश और दुखी हूं. हमारे समाज में आज के समय में भी ये मौजूद है. इसे खत्म करने की जरूरत है. एक प्यार और उदार पार्टनरशिप को चुनें. हिंसा को ना कहें."
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