पर्थ: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने पर्थ टेस्ट के ऊपर स्पॉट फिक्सिंग की संभावनाओं से इनकार किया है. उन्होंने साथ ही कहा है कि सी, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की भ्रष्टाचार निरोधी इकाई के साथ पूरा सहयोग करेगी. सदरलैंड ने साथ ही कहा कि वह अब बिग बैश लीग (बीबीएल) पर भी बेहद गंभीरता से ध्यान देंगे ताकि इस तरह की गलत गतिविधियों का साया लीग पर न पड़े.


वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो की खबर के मुताबिक, सदरलैंड ने आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी समिति के महा प्रबंधक एलेक्स मार्शल, आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचडर्सन और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने आश्वस्त होकर कहा है कि वह पर्थ टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग की किसी तरह की संभावना नहीं है.


इंग्लिश अखबर 'द सन' ने अपनी रिपोर्ट में पर्थ में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में स्पॉट फिक्सिंग की बात कही है.


सदरलैंड ने कहा, "अखबार की रिपोर्ट और आईसीसी की पिछली जांच के आधार पर इस मामले में किसी तरह के सबूत नहीं मिले हैं. इस तरह के आरोपों का कोई आधार और सबूत नहीं हैं."


उन्होंने साथ ही कहा कि इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया के किसी भी खिलाड़ी के इसमें शामिल होने के किसी तरह के सबूत भी नहीं मिले हैं.


उन्होंने कहा, "इस तरह के भी सबूत नहीं हैं कि इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया का कोई खिलाड़ी, आईसीसी या क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ईसीबी का काई मैच अधिकारी इसमें शामिल है. न ही इनमें से किसी के फिक्सरों के साथ मिले होने के सबूत पाए गए हैं."


उनसे जब पूछा गया कि अखबार की रिपोर्ट में किसी खिलाड़ी का नाम लिया गया है? इस पर सदरलैंड ने कहा कि वह मार्शल की बात पर विश्वास कर रहे हैं जिनका कहना है कि इस तरह के भी सबूत नहीं मिले हैं.


उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि इस मामले में एलेक्स से आगे बात करनी होगी, लेकिन हमने जो एलेक्स से सुना है खासकर आज, उसके मुताबिक वो नहीं मानते कि इस तरह के आरोपों में किसी तरह का दम है."


एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच पर्थ के वाका मैदान पर गुरुवार से शुरू हो गया है.