जीत हार के बीच लंबा चला विवाद: सैयद मुश्ताक अली टी 20 टूर्नामेंट के साउथ जोन के एक मुकाबले का अंत तो रोमांचक रहा लेकिन विवादों को साथ लेकर चला. कर्नाटक और हैदराबाद के बीच खेले गए इस मैच में हार का अंतर दो रन का रहा और इसी दो रन ने नए विवादों को जन्म दे दिया. विवाद इतना बढ़ गया कि खुद बीसीसीआई को बीच में दखल देना पड़ा.
बीसीसीआई ने क्या कहा
कर्नाटक ने हाई स्कोर मुकाबले में हैदराबाद को दो रन से हराया. मैच का नतीजा भले ही कर्नाटक के पक्ष में रहा हो लेकिन फिलहाल अभी तक नतीजे को लेकर संशय के बादल मंडरा ही रहे हैं. मैच के बाद बीसीसीआई ने ट्वीट किया.
बीसीसीआई ने हैदराबाद और कर्नाटक के बीच खेले गए मुकाबले के दौरान और बाद के घटना क्रम पर संज्ञान लिया है. मैच रैफरी के अंतिम परिणाम का इंतजार है.जिसके बाद बीसीसीआई की आचार संहिता के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.
क्यों हुआ विवाद
कर्नाटक ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर करूण नायर के 77 और के गौतम के 57 रन की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 205 रन बनाए. दूसरी पारी के दौरान कर्नाटक के खिलाड़ी मेंहदी हसन ने बाउंड्री पर जा कर गेंद को रोका, इस दौरान अंपायर ने रिप्ले का सहारा नहीं लिया, जबकि हसन का पांव बाउंड्री रोप को छू गया था. हैदराबाद ने अंतिम ओवर तक हार नहीं मानी लेकिन आखिर में उसकी टीम नौ विकेट पर 203 रन तक ही पहुंच पायी. लेकिन इसके बाद हैदराबद के कप्तान अंबाटी रायुडू टीम के साथ मैदान छोड़ने को तैयार नहीं थे और सुपर ओवर की मांग करने लगे. अंपायर ने कर्नाटक को दो रन से जीत दे दी थी लेकिन रायुडू मैदान पर डटे रहे.
इसी मैदान पर आंध्रा और केरल के मुकाबले होने थे लेकिन हैदराबाद के विरोध के कारण मुकाबला काफी देरी से शुरु हुआ और सिर्फ 13 ओवर का हो सका.
इस मुकाबले में आंध्र ने केरल को छह विकेट से हराया. केरल की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 12 ओवर में 120 रन पर आउट हो गई. आंध्र को 13 ओवर में लक्ष्य हासिल करना था और उसने अश्विन हेबर की 64 रन की पारी के दम पर चार विकेट पर 126 रन बनाकर जीत दर्ज की.