BCCI On Indian Cricketes In Foreign T20 League: टी20 वर्ल्ड कप 2022 में जब भारतीय टीम की सेमीफाइनल में इंग्लैंड के विरुद्ध शर्मनाक हार हुई, तो यह सवाल उठा कि इंडियन क्रिकेटरों को विदेशी लीग में खेलना चाहिए. जानकारों का कहना है अगर भारतीय खिलाड़ी बाहर की टी20 लीग में खेलेंगे तो इसका फायदा टीम और खिलाड़ियों को होगा. लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल अपने खिलाड़ियों को विदेशी टी20 लीग में खेलने की इजाजत नहीं देता है. हाल ही में आयरलैंड क्रिकेट ने टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को अपने यहां के खेलने का प्रस्ताव दिया. उनके ऑफर से थोड़ा हटकर देखें तो भारत का कोई भी खिलाड़ी विदेशी लीग में नहीं खेलता है. बीसीसीआई ने इस पर पाबंदी लगाई हुई है. इसके बावजूद अगर भारत का कोई खिलाड़ी बाहर की लीग में खेलना चाहता है तो उसे भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेना होगा.
बाहर की लीग में नहीं खेलते भारतीय क्रिकेटर
भारत ने दुनिया को आईपीएल जैसी सबसे महंगी टी20 लीग दी है. इंडियन प्रीमियर लीग में विदेशों के दर्जनों खिलाड़ी आकर खेलते हैं. इसका फायदा भी उन्हें मिला है. वे आर्थिक रूप से तो मजबूत ही हुए साथ में भारत की धरती पर उन्हें खेलने का अनुभव भी मिला. आईपीएल के अलावा बांग्लादेश प्रीमियर लीग, साउथ अफ्रीका टी20 लीग, लंका प्रीमियर लीग, बिग बैश लीग, कैरेबियन प्रीमियर लीग, टी20 ब्लास्ट, द हंड्रेड और न जाने दुनियाभर में कितनी क्रिकेट लीग खेली जाती हैं. लेकिन आईपीएल को छोड़ भारत का कोई भी खिलाड़ी इन विदेशी लीग में नहीं खेलता है.
विदेशी लीग में न खेलने की वजह
बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेटरों के विदेशी लीग में खेलने पर बैन लगाया हुआ है. जिसकी मुख्य वजह यह है कि इंडियन क्रिकेटरों का शेड्यूल वैसे ही बिजी रहता है. ऐसे में अगर वे बाहर की लीग में खेलेंगे तो उनके चोटिल होने चांस ज्यादा होंगे. इसके अलावा बीते महीने टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि अगर हमारे क्रिकेटर बाहर की लीग में खेलेंगे तो हमारा घरेलू क्रिकेट बर्बाद हो जाएगा. उसके बाद पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि भारतीय क्रिकेटरों को विदेशी लीग में खेलने की जरुरत नहीं है क्योंकि हमारे यहां घरेलू स्तर पर बहुत क्रिकेट खेली जाती है.
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