ICC Men's T20 World Cup: आईसीसी T20 वर्ल्ड कप 2021 का खिताब ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया है. यूएई में करीब एक महीने तक चले इस टूर्नामेंट में एक अनोखा ट्रेंड देखा गया, जिसने सभी को हैरान भी किया. टूर्नामेंट के अधिकतर मैचों में जिस टीम ने टॉस जीता, उसने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. इतना ही नहीं ज्यादातर मैचों में ऐसी टीमों को जीत भी मिली. यहां तक कि सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले में भी टॉस ने अहम भूमिका निभाई. अब आपको टूर्नामेंट में टॉस से जुड़े कुछ आंकड़ों के बारे में बताएंगे, जो इस बात पर मुहर लगाएंगे कि टॉस ने ज्यादातर मैचों में अहम भूमिका निभाई.
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम, दुबई
टी-20 विश्व कप सबसे ज्यादा मुकाबले दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए. यहां तक कि एक सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबला भी इसी मैदान पर खेला गया था. इस मैदान पर टूर्नामेंट के कुल 13 मैच खेले गए, जिनमें 11 मैचों में टॉस जीतने वाली टीम ने मैच जीता. इस मैदान पर ओस एक बड़ा फैक्टर रही टॉस जीतने वाली अधिकतर टीमों ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. यही ट्रेंड सेमीफाइनल और फाइनल में भी देखने को मिला. इस मैदान पर खेले गए सेमीफाइनल और फाइनल में टॉस जीतने वाली टीम ने ही मैच जीता.
शेख जायद स्टेडियम, अबु धाबी
इस मैदान पर टूर्नामेंट के कुल 11 मैच खेले गए और टॉस जीतने वाली टीम ने 7 मैच जीते. ओस ने दूसरी पारी में अहम भूमिका निभाई और बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम को इसका फायदा मिला. दूसरी पारी में गेंदबाजों को खासा मेहनत करनी पड़ी. यहां खेले गए 11 मैचों में से 7 मैचों में टॉस ने बड़ी भूमिका निभाई, जहां टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने वाली टीमों ने जीत हासिल की. यहां पहला सेमीफाइनल भी खेला गया था, जिसमें टॉस जीतने वाली टीम ने ही बाजी मारी.
शारजाह क्रिकेट स्टेडियम, शारजाह
इस प्रतिष्ठित स्टेडियम ने टूर्नामेंट के 9 मैचों की मेजबानी की. टॉस फैक्टर ने यहां भी टीमों की काफी मदद की. इस मैदान पर खेले गए कुल 9 मैचों में से टॉस जीतने वाली टीमों 5 मुकाबलों में जीत हासिल की. ओस यहां भी एक बड़ा फैक्टर साबित हुई.
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