T20 World Cup, India vs Pakistan: भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच मुकाबलों में दोनों टीमों के बीच अक्सर तनातनी का माहौल देखने को मिलता है. दोनों देशों के बीच के गहमागहमी के माहौल से क्रिकेट का मैदान भी अछूता नहीं है. अब तक के रिकॉर्ड्स की बात करें तो दोनों टीमों के बीच वनडे और टी20 वर्ल्ड कप मिलाकर 2 बार आमना-सामना हुआ है. इनमें से पांच मुकाबले टी20 वर्ल्ड कप में खेले गए हैं. इसके अलावा दोनों ही टीमें एशिया कप समेत अन्य कई टूर्नामेंट में भी आमने सामने आई हैं. इन हाई वोल्टेज एंकाउंटर्स में अक्सर मैदान में झड़प की घटनाएं होती आई हैं. फिर चाहे वो 1992 में वनडे वर्ल्ड कप में भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे और पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज जावेद मियांदाद के बीच कहासुनी की घटना हो या 2010 के एशिया कप में गौतम गंभीर और कामरान अकमल के बीच गहमागहमी की घटना. आइए जानते हैं उन चार मुकाबलों के बारे में जब मैदान पर भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच जोरदार झड़प देखने को मिली थी. 


वनडे वर्ल्ड कप 1992, किरण मोरे बनाम जावेद मियांदाद  


वनडे वर्ल्ड कप 1992 में किरण मोरे और जावेद मियांदाद के बीच झड़प की ये घटना आज भी सबके दिलोदिमाग में ताजा होगी. हालांकि इस झड़प का अंदाज आज भी फैंस को लोटपोट कर देता है. भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान को 217 रनों का लक्ष्य दिया था. शुरुआती झटकों से उबरने के बाद पाकिस्तान की टीम ने जावेद मियांदाद और आमिर सोहेल के दम पर पारी को आगे बढ़ाया. इस दौरान विकेटकीपर किरण मोरे लगातार अपील कर रहे थे. मोरे का ये लगातार अपील करने का अंदाज मियांदाद को खास पसंद नहीं आया. इसी दौरान मियांदाद शॉट लगाकर रन लेने के लिए दौड़े. मोरे ने थ्रो मिलते ही बेल्स उड़ा दी थी, लेकिन क्रीज में पहुंच चुके मियांदाद को जाने क्या सूझी और वो मोरे को चिढ़ाने के लिए जोर जोर से उछलने लगे. क्रिकेट फैंस को मैदान के बीच का ये सीन बेहद ही मजाक़िया लगा था. हालांकि इसके बाद मोरे ने भी विकेट के पीछे से मियांदाद की नकल की और उनके आउट होने पर जोर जोर से उसी अंदाज में उछलने लगे थे.  



वनडे वर्ल्ड कप 1996, वेंकटेश प्रसाद बनाम आमिर सोहेल 


दोनों ही टीमें एक बार फिर साल 1996 के वर्ल्ड कप में आमने सामने थीं. भारत ने पहले बल्लेबाजी की और पाकिस्तान को जीत के लिए 288 रनों का लक्ष्य दिया था.  पाकिस्तान की ओर से आमिर सोहेल और सईद अनवर ने टीम को तेजतर्रार शुरुआत दिलाई. इसी दौरान पारी के 15वें ओवर में आमिर सोहेल ने वेंकटेश प्रसाद की गेंद पर ऑफ साइड पर एक शानदार चौका जड़ा. इसके तुरंत बाद सोहेल ने वेंकटेश प्रसाद को चिढ़ाते हुए ऑफ साइड की ओर बल्ला किया और कहा कि वो एक बार फिर इसी ओर चौका लगाएंगे. प्रसाद को इस तरह से छेड़ना सोहेल को महंगा पड़ा और अगली ही गेंद पर टीम इंडिया के गेंदबाज ने उन्हें बोल्ड कर पेवेलियन की ओर जाने का इशारा किया. इस दौरान दोनों ही खिलाड़ियों के बीच तनातनी का माहौल देखने को मिला था.  


एशिया कप 2010, हरभजन सिंह बनाम शोएब अख्तर  


हरभजन सिंह और शोएब अख्तर के बीच अक्सर सोशल मीडिया पर छींटाकशी का माहौल आज भी देखने को मिलता है. हालांकि दोनों खिलाड़ियों के बीच तनातनी की नींव 2010 के एशिया कप में ही रख दी गई थी. भारत की टीम इस मैच में लक्ष्य का पीछा कर रही थी. पारी के 47वें ओवर में शोएब अख्तर की गेंद पर हरभजन ने शानदार छक्का लागया जिसके बाद दोनों ही के बीच ज़ुबानी जंग शुरू हो गई थी. अपनी गेंद पर छक्का लगने के बाद अख्तर बौखला गए थे और उन्होंने हरभजन की बॉडी को टारगेट करते हुए गेंद डालनी शुरू कर दी थी. इसके बाद अंत में हरभजन ने छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई थी और उसके बाद शोएब अख्तर को देखकर चिल्लाते हुए जश्न मनाया था. अख्तर को भी हरभजन का अंदाज पसंद नहीं आया और उन्होंने हाथ हिलाकर हरभजन को आगे बढ़ने का इशारा किया था.

 

एशिया कप 2010, गौतम गंभीर बनाम कामरान अकमल 

 

एशिया कप के दौरान ही एक बार फिर गौतम गंभीर और कामरान अकमल के बीच जमकर कहासुनी का माहौल बन गया था. भारत की पारी के दौरान गौतम गंभीर के साथ महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर मौजूद थे. इसी बीच विकेट के पीछे खड़े कामरान अकमल लगातार बिना वजह के अपील करते जा रहे थे. गंभीर को अकमल की ये बात पसंद नहीं आई और वो इस बात को लेकर अकमल से भिड़ गए थे. दोनों ही खिलाड़ियों के बीच इस दौरान जमकर बहस हुई थी. झगड़ा इतना बढ़ गया था कि मैदान में खड़े अंपायरों और अन्य खिलाड़ियों ने बीच बचाव कर उन्हें शांत कराया था. गंभीर ने इस मैच में 83 रनों की शानदार पारी खेली थी और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थें.