How DLS Method Works: क्रिकेट में डकवर्थ लुईस नियम एक ऐसी पद्धति है जिससे कई बार बारिशा या अन्य रूकावट के कारण जीता हुआ मैच भी टीम हार जाती है. इसका उदाहरण आपको टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भी देखने को मिला है. जहां बारिश के कारण आयरलैंड ने इंग्लैंड को 5 रनों से मात दे दी. इस मैच का नतीजा डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर ही निकला.
वहीं इस मैच के बाद डकवर्थ लुईस नियम को लेकर काफी चर्चा भी हो रही है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि डकवर्थ लुईस नियम क्या है और यह कैसे काम करता है.
क्या है डकवर्थ लुईस नियम
डकवर्थ लुईस पद्धति हमेशा से क्रिकेट फैंस को हैरान करती रही है. इसके तहत आने वाले नतीजों को लेकर हमेशा से क्रिकेट के गलियारों में आलोचना होती रही है. हालांकि इस तरीके के अलावा कोई भी ऐसा मैथेड बारिश या अन्य किसी बाधा से रूके हुए मैच का नतीजा देने में कभी कामयाब नहीं हो सकी है. ऐसे में क्रिकेट के मैदान पर कई सालों से इसका ही प्रयोग किया जाता रहा है.
कैसे काम करता है यह नियम
पहली इनिंग के बाद दूसरे पारी में मैच के दौरान अगर बारिश या किसी तरह की रूकावट आती है तो तो बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए सीमित ओवरों में लक्ष्य को जोड़ा जाता है. इस तरीके को ही टारगेट पता लगाने का सबसे सही रूल माना गया है. वहीं डकवर्थ लुईस नियम का प्रयोग करना काफी आसान है इसके लिए रेफरेंस टेबल की जरूरत होती है उसके बात उसके आधार पर कैलकुलेशन की जाती है.
उदाहरण के लिए अगर कोई टीम ने 50 ओवर पूरे खेलकर 270 रन बनाए और दूसरी टीम 30 ओवर में 4 विकेट खोकर 160 रन बना चुकी है और बारिश के कारण आगे मैच रोकना पड़ जाए तो पहले दोनों टीमों के उपयोग किए गए रिसोर्स की गिनती की जाएगी.
वहीं पहली टीम ने पूरे 50 ओवर खेले, ऐसे में उसने अपने 100% रिसोर्स उपयोग कर लिए लेकिन दूसरी टीम के 20 ओवर और 6 विकेट बाकी रहे, इस हिसाब से उसके 55.4% रिसोर्स (डकवर्थ-लुईस पद्धति के लिए उपयोग की जाने वाली टेबल के आधार पर) ही उपयोग हो पाए. ऐसे में मुकाबले का रिजल्ट ऐसे निकाला जाएगा..
टीम-2 का लक्ष्य = 270 * (55.4/100)
टीम-2 का लक्ष्य = 150 रन
अब चूंकि टीम-2 पहले ही 160 रन बना चुकी है. ऐसे में उसे 10 रन से विजयी घोषित किया जाएगा.
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