T20 World Cup Final: 6 अप्रैल 2014 रविवार का दिन भारत अपने दूसरे T20 वर्ल्ड कप फाइनल खेलने जा रहा था. सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को हराकर फाइनल मुकाबले में जगह बनाई थी. भारत के सामने थी श्रीलंका गौरतलब है कि साल 2014 की श्रीलंका में और 2024 की श्रीलंका में जमीन आसमान का फर्क था. तब श्रीलंका की टीम में तिलकरत्ने दिलशान, महेला जयवर्धने, कुमारा संगाकारा जैसे दिग्गज बल्लेबाज तो वहीं लसिथ मलिंगा, रंगना हेराथ और नुवान कुलसेखरा  जैसे धाकड़ गेंदबाज थे. 


टीम इंडिया के लिए मुकाबला आसान नहीं था. श्रीलंका के कप्तान कुमार संगाकारा ने टॉस जीत के पहले गेंदबाजी चुनी. पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम शुरुआत से ही लड़खड़ाती नजर आई. सलामी बल्लेबाजी अजिंक्य रहाणे दूसरे ही ओवर में पवेलियन लौट गए. विराट कोहली के 77 रनों की बदौलत भारतीय टीम  निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 130 रन बना सकी. श्रीलंकाई टीम ने आसानी से संगकारा के अर्धशतक की बदौलत 17.5 ओवर में मुकाबला अपने नाम कर भारतीय टीम का सपना तोड़ दिया और तोड़े करोड़ों भारतीय दर्शकों के दिल. 


युवराज सिंह की धीमी पारी बनी हार की वजह


मीरपुर की पिच पर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी. ओपनर अजिंक्य रहाणे दूसरे ही ओवर में पवेलियन लौट गए थे. लेकिन दूसरे छोर पर खड़े रोहित शर्मा भी बेहद धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे. उन्होंने 26 गेंद पर 111.53 की स्ट्राइक रेट से 29 रन बनाएं. तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए विराट कोहली शानदार फार्म चल रहे थे और एक बार फिर उन्होंने इसका नजारा पेश किया.


विराट कोहली ने 58 गेंद में 5 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 77 रन की शानदार पारी खेली. एक छोर से विराट कोहली तो रन बना रहे थे, लेकिन दूसरे छोर पर रनों का सूखा था. 2007 और 2011 का वर्ल्ड कप जितानें अहम भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह बुरी तरह फ्लॉप रहे. उन्होंने 21 गेंदे खेली औऱ वह मात्र 11 रन ही बना सके. युवराज सिंह इस दौरान कोई चौक तक नहीं लगा सके. कप्तान धोनी भी 7 गेंदो पर 4 रन ही बना सके. जिसके चलते टीम इंडिया सिर्फ 130 रन ही बना सकी.


टूट गए करोड़ों भारतीयों के दिल


131 रनों का टारगेट कम था लेकिन 2014 के लिहाज से देखा जाए तो मैच बनाया जा सकता था. मगर श्रीलंका की टीम तगड़ी टीम थी. एक से एक दिग्गज बल्लेबाज टीम में शामिल थे. हालांकि भारतीय टीम ने दूसरे ही ओवर में श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज कुसल परेरा को 5 रन पर चलता किया. लेकिन दूसरे छोर से दिलशान ने रन बनाने जारी रखे. स्कोर छोटा था इसीलिए रन रोकते थे. लेकिन जब कुमार संगकारा बल्लेबाजी करने आए तो उन्होंने रनों की रफ्तार को काफी तेज कर दिया. 


32 गेंद पर 148.57 की स्ट्राइक रेट से 6 चौकों और 1 छक्के की मदद से संगाकारा ने नाबाद 52 रन जड़ दिए. रही सही कसर थिसारा परेरा ने पूरी कर दी. उन्होंने 14 गेंदों पर तीन छक्के जड़ते हुए 164.28 की स्ट्राइक रेट से 23 रन बनाकर श्रीलंका को जीत की दहलीज के पार पहुंचा दिया.  श्रीलंका ने ना सिर्फ टीम इंडिया के खिताब का सपना तोड़ा. बल्कि करोड़ों भारतीयों के दिल भी तोड़ दिए. 


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