Virat Kohli Steps Down: विराट कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने पर वेंगसरकर से लेकर कांबली तक किसने क्या कहा? जानें
Virat Kohli Steps Down: विराट कोहली के अचानक इस एलान पर लोगों को जरूर हैरानी हुई, लेकिन कोहली ने कहा कि उनका यह फैसला बढ़ते हुए वर्कलोड के चलते लिया गया है.
Virat Kohli Steps Down: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को बड़ा एलान करते हुए कहा कि आगामी टी-20 वर्ल्ड कप के बाद वह टी20 फर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे. उनके अचानक इस एलान पर लोगों को जरूर हैरानी हुई, लेकिन कोहली ने कहा कि उनका यह फैसला बढ़ते हुए वर्कलोड के चलते लिया गया है.
विराट कोहली के टी20 क्रिकेट की कप्तानी छोड़ने के एलान पर पूर्व क्रिकेटर एस. श्रीसंत ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि विराट जो भी फैसला करेंगे वह सोच समझकर ही करेंगे. श्रीसंत ने कहा कि ऐसा उन्होंने शायद बैटिंग पर ध्यान देने के लिए किया होगा, जो उन्होंने खुद लिखा हुआ है. श्रीसंत ने कहा कि टी20 वर्ल्ड कप के बाद जब विरोट कोहली कप्तानी छोड़ते हैं तो उनकी जगह भारतीय टीम में रोहित शर्मा को ही यह मौका मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप अगर हम जीते तो कप्तान विराट कोहली को ही बने रहना चाहिए और एक और वर्ल्ड कप लेकर आना चाहिए.
वेंगसरकर ने कहा- इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरिज के बाद थी ये उम्मीद
विराट कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के एलान पर पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि वह वर्ल्ड क्लास प्लेयर हैं. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज के बाद वह कोहली से ऐसा उम्मीद कर रहे थे कि वह एक फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ देंगे. वेंगसरकर ने कहा कि टी20- फॉर्मेट में वह अपना बेहतरीन प्रदर्शन नहीं दे पा रहे थे.
विनोद कांबली ने कहा- फैसला सुनकर हैरानी हुई
पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली ने कहा कि जब उन्हें यह पता चला तो उस पर हैरानी हुई. कांबली ने कहा कि यह फैसला उन्होंने खुद नहीं लिया, बल्कि सोच समझकर लिया गया होगा. इस बारे में रवि शास्त्री और महेन्द्र सिंह धोनी के साथ भी इस बारे में बातचीत हुई होगी.
इससे पहले, विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ने के एलान के साथ सोशल मीडिया पोस्ट में कहा- "मैं भाग्यशाली रहा कि न सिर्फ भारत का प्रतिनिधित्व किया बल्कि अपनी पूरी क्षमता के साथ भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया. मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के तौर पर मेरी यात्रा का समर्थन किया. मैं ऐसा उन लोगों के बिना नहीं कर सकता था, वो हैं- लड़के, सहयोगी स्टाफ, चयन समिति, मेरे कोच और वे प्रत्येक भारतीय जिसने हमारी जीत को लेकर की प्रार्थना की.
कार्यभार को समझना एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है और पिछले 8-9 वर्षों में सभी 3 प्रारूपों में खेलने और पिछले 5-6 वर्षों से नियमित रूप से कप्तानी करने पर मेरे अत्यधिक कार्यभार को देखते हुए, मुझे लगता है कि टेस्ट और वनडे क्रिकेट में टीम मुझे भारतीय टीम का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह से तैयार होने के लिए खुद को स्पेस देने की आवश्यकता है. मैंने टी20 कप्तान के रूप में अपने समय के दौरान टीम को सब कुछ दिया है और मैं आगे बढ़ने वाले बल्लेबाज के रूप में टी20 टीम के लिए ऐसा करना जारी रखूंगा.
बेशक, इस फैसले पर पहुंचने में काफी समय लगा. अपने करीबी लोगों, रवि भाई और रोहित, जो नेतृत्व समूह का एक अनिवार्य हिस्सा रहे हैं, उनके साथ बहुत चिंतन और चर्चा के बाद, मैंने अक्टूबर में दुबई में इस टी 20 विश्व कप के बाद टी 20 कप्तान के रूप में पद छोड़ने का फैसला किया है. मैंने सभी चयनकर्ताओं के साथ सचिव जय शाह और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली से भी इस बारे में बात की है. मैं अपनी क्षमता के अनुसार भारतीय क्रिकेट और भारतीय टीम की सेवा करना जारी रखूंगा."
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