Australia vs India, 4th Test: मेलबर्न में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे दिन स्कॉट बोलैंड और नाथन ल्योन ने टीम इंडिया की खुशियों और भारतीय फैंस की उम्मीदों को कुचल दिया. इस टेस्ट के पहले दो दिन पीछे रहने के बाद टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी की थी. चौथे दिन का खेल खत्म होने से एक घंटे पहले तक मैच भारत की मुट्ठी में था, लेकिन फिर ल्योन और बोलैंड ने 110 गेंद में नाबाद 55 रनों की साझेदारी कर भारत को करारा झटका दे डाला.
मेलबर्न के मैदान पर चौथे दिन भारतीय गेंदबाज आग उगल रहे थे. जसप्रीत बुमराह उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन कर रहे थे तो मोहम्मद सिराज भी अपनी पुरानी लय में आ गए थे. दोनों के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की एक न चल रही थी. स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड जैसे बल्लेबाज फेल हो गए थे.
फिर भी 10वें नंबर पर आए नाथन ल्योन और 11वें नंबर पर आए स्कॉट बोलैंड ने पूरी दुनिया को हैरान करते हुए भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया और टीम इंडिया की पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 91 रनों पर 6 विकेट और 173 रनों पर 9 विकेट गंवा दिए थे. तब ऐसा लग रहा था कि भारत इस मैच को आसानी से जीत लेगा, लेकिन 10वें विकेट की साझेदारी ने मैच पलट दिया है.
ल्योन और बोलैंड ने 110 गेंद में 55 रनों की नाबाद साझेदारी कर भारत के मनोबल को तोड़ा है. इन दोनों ने चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया को ऑलआउट नहीं होने दिया. साथ ही कुल बढ़त को भी 333 रनों तक पहुंचा दिया. अब अगर पांचवें दिन टीम इंडिया जल्द ऑस्ट्रेलिया का 10वां विकेट ले भी लेगी तो उसे जीत के लिए चमत्कार करना होगा. मेलबर्न के मैदान पर अंतिम दिन 300 से ज्यादा का स्कोर चेज़ करना आसान नहीं होने वाला है. यह कहना गलत नहीं होगा कि अब टीम इंडिया ड्रॉ के लिए भी खेल सकती है.
हालांकि, रोहित शर्मा जिस तरह से पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट खेले हैं, उसे देखते हुए यह कहना भी गलत नहीं होगा कि पहले टीम इंडिया जीत की कोशिश करेगी, क्योंकि WTC फाइनल के लिहाज से भारत का सीरीज जीतना जरूरी है. पर जीत की कोशिश में अगर दो या तीन विकेट जल्द गिर गए तो फिर पूरी कहानी पलट जाएगी.