Team India Former Coach Ravi Shastri: पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने जून 2017 में जब टीम इंडिया के हेड कोच पद से इस्तीफा दिया था तो ज्यादातर लोगों को लगा था कि टीम के कई खिलाड़ी उनको पसंद नहीं करते थे, खासतौर से टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली. कुंबले के जाने के बाद रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच नियुक्त किया गया. वह इससे पहले भी 9 महीने तक टीम इंडिया के साथ बतौर डायरेक्टर रह चुके थे. तब ये कहा गया था कि शास्त्री को कोहली का समर्थन प्राप्त है, इसी वजह से कोच बनाए गए हैं.
रवि शास्त्री नवंबर में टीम इंडिया के कोच पद से हटे हैं. वह चार साल तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे. उन्होंने अब खुलासा किया है कि उन्हें ड्रेसिंग रूम में प्रवेश करने से रोकने के लिए "एक प्रयास" किया गया था. एक इंटरव्यू में रवि शास्त्री ने कहा कि टीम इंडिया के साथ डायरेक्टर के रूप में काम करने के बाद भी बीसीसीआई ने मेरे साथ जिस तरह का व्यवहार किया था उससे मैं हैरान था.
रवि शास्त्री ने कहा कि मैंने जो कुछ भी योगदान दिया था, वो सिर्फ बीसीसीआई के एक शब्द कहने पर. मुझे यह बताने के बेहतर तरीके थे. ओह देखो हम आपको नहीं चाहते, हम आपको पसंद नहीं करते. हम किसी और को चाहते हैं. अगर वो ऐसा होता तब. वैसे भी, मैं वही करने के लिए वापस गया जो मैं सबसे अच्छा करता हूं - जो कि टेलीविजन है.
'कुछ लोग नहीं चाहते थे मैं ड्रेसिंग रूम में वापस आऊं'
टीम इंडिया के पूर्व कोच ने कहा कि लगभग नौ महीने बीत गए, और मुझे इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि टीम के अंदर कुछ गड़बड़ है. मेरा मतलब है, क्या गलत हो सकता था? मुझे बताया गया कि एक वास्तविक समस्या थी और मैंने कहा - नौ महीने में समस्या कैसे हो सकती है? मैंने जो टीम छोड़ी थी वह इतनी अच्छी जगह पर थी. नौ महीने में इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो सकती है? रवि शास्त्री ने आगे कहा कि ऐसे लोग थे जो चाहते थे कि मैं भारत की ड्रेसिंग रूम में फिर ना वापसी करूं. उन्होंने कहा कि गेंदबाजी कोच के रूप में भरत अरुण की नियुक्ति का भी विरोध हुआ था.
शास्त्री ने कहा कि अपने दूसरे कार्यकाल में मैं एक बड़े विवाद के बाद आया था और यह सचमुच उन लोगों के चेहरे पर तमाचा था जो मुझे दूर करना चाहते थे.
रवि शास्त्री के कोच रहते टीम इंडिया का प्रदर्शन
टेस्ट- 43 मैच खेले, जिसमें से 25 में जीत मिली, 13 में हार और 5 मुकाबले ड्रॉ रहे
वनडे- 76 मैच खेले. 51 में जीत हासिल हुई, 22 में हार मिली, 2 मैच टाई रहे और एक मुकाबले का कोई नतीजा नहीं आया.
टी20- 64 मैच, 42 जीत, 18 हार, 2 टाई और 2 मैच बेनतीजा रहे.