धर्मशाला: भारत ने धर्मशाला में खेले गए चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त देकर इतिहास रच दिया है. भारत ने न सिर्फ इस टेस्ट सीरीज़ को 2-1 से जीत लिया, बल्कि लगातार सात सीरीज़ जीतने का रिकार्ड भी अपने नाम कर लिया.



भारत के लिए गर्व की बात ये है कि अपनी धरती पर जीत के इस सफर को टीम इंडिया ने महज़ 188 दिनों में तय किया. बीते साल सितंबर में भारत ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत का सिलसिला शुरू किया और ये अब तक जारी है.



सबसे पहले भारत ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3-0 से टेस्ट सीरीज़ पर कब्जा किया. इसके बाद न्यूज़ीलैंड से भारत का वनडे सीरीज़ शुरू हुआ. इस सीरीज़ में भी टीम इंडिया ने न्यूज़ीलैंड को 3-2 से हराया. 



जीत से मदमस्त टीम इंडिया का अगला मुकाबला क्रिकेट के जनक इंग्लैड से हुआ. भारत ने टेस्ट सीरीज़ में इंग्लैड को धूल चटा दी और 4-0 से शानदार जीत के साथ सीरीज़ पर कब्जा जमाया.



इसके बाद इंग्लैड के साथ ही वनडे क्रिकेट खेला गया है. वनडे सीरीज़ में भले ही टीम इंडिया टेस्ट सीरीज़ जैसी क्लीन स्विप जीत का जलवा जारी नहीं रख पाई, लेकिन सीरीज़ को अपने नाम करने में कामयाब रही. टीम इंडिया ने वनडे सीरीड़ में इंग्लैड को 2-1 मात दे दी.



अब इंग्लैड के खिलाफ ही टी-20 सीरीज़ की बारी थी. इस फॉर्मेट में टीम इंडिया की बादशाहत मानी जाती है. टी-20 सीरीज़ में भी भारत ने इंग्लैड को 2-1 से हार का मज़ा चखाया. 



इस बीच एक टेस्ट मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला गया. इस टेस्ट सीरीज़ में भी भारतीय जीत का तिरंगा लहराया और टीम इंडिया ने 1-0 से ये सीरीज़ जीत ली. 



न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड और बांग्लादेश जैसी टीम को हराकर पूरे जोश से भरपूर टीम इंडिया के सामने अब लड़ाई में ऑस्ट्रेलिया थी. मजबूत मानी जानी वाली इस टीम को भी इंडिया ने अपने शानदार खेल से न सिर्फ मात दिया, बल्कि 2-1 से सीरीज़ जीत कर एक बार फिर भारत के क्रिकेट प्रेमियों का सिर ऊंचा किया.



इस तरह टीम इंडिया ने लगातार 7 सीरीज़ में जीत का परचम लहराकर एक नया और अनूठा कीर्तिमान खड़ा किया. इस जीत से जहां क्रिकेट प्रेमियों की खुशियों का ठिकाना नहीं है, वहीं जीत के सिलसिले को कायम रखकर टीम इंडिया ने अपने हौसले की पिच पर सरपट दौड़ को जारी रखा है.