INDvSA: आज दक्षिण अफ्रीका को जल्द से जल्द आउट करना है टीम इंडिया का लक्ष्य
केपटाउन टेस्ट में टीम इंडिया मुश्किल में दिख रही है. पहली पारी में 209 रन पर विराट के शेर ढेर हो गए. जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका को 142 रन की बढ़त मिल चुकी है और उसके 8 विकेट अभी बचे हैं.
नई दिल्ली: केपटाउन टेस्ट में टीम इंडिया मुश्किल में दिख रही है. पहली पारी में 209 रन पर विराट के शेर ढेर हो गए. जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका को 142 रन की बढ़त मिल चुकी है और उसके 8 विकेट अभी बचे हैं. अच्छी खबर के नाम पर सिर्फ ये है कि तेज गेंदबाज डेल स्टेन चोट की वजह से इस टेस्ट और पूरी सीरीज से बाहर हो सकते हैं.
केपटाउन टेस्ट मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया की इज्जत दो मौकों पर पूरी तरह लुटने से बची और दोनों बार एक ही शख्स तारणहार बनकर आया. हार्दिक पांड्या ने अपने ऑलराउंड खेल से केपटाउन टेस्ट में टीम इंडिया के लिए उम्मीद की थोड़ी गुंजाइश रखी है. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका ने 2 विकेट गंवाकर 65 रन बना लिए हैं. उसकी कुल बढ़त 142 रन की हो गई है.
हाशिम अमला 4 और नाइट वाचमैन रबाडा बिना खाता खोले क्रीज पर मौजूद हैं. दक्षिण अफ्रीका को ये दोनों झटके हार्दिक पांड्या ने ही दिए जब उन्होंने शानदार गेंदबाजी कर दोनों ओपनर को चलता किया. इससे पहले बैटिंग में भी उन्होंने कमाल किया लेकिन वो शतक से चूक गए.
दूसरी पारी में पांड्या ने 4 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट लिए. जबकि पहली पारी में उन्होंने 95 गेंद पर ताबड़तोड़ 93 रन भी बनाए. जिसमें 14 चौके और एक छक्का शामिल था. केपटाउन टेस्ट मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया की शुरुआत फिर से खराब रही और जल्दी जल्दी विकेट गिरते गए. ना रोहित रुके, ना पुजारा और ना ही अश्विन और साहा. टीम इंडिया के 41.4 ओवर में 7 विकेट सिर्फ 92 रन पर गिर गए थे. इसके बाद पारी को पांड्या और भुवनेश्वर की जोड़ी ने संभाला. भुवनेश्वर और हार्दिक ने आठवें विकेट के लिए 99 रन की साझेदारी कर टीम का स्कोर 200 के करीब पहुंचाया. भुवी ने 86 गेंद पर 4 चौकों के साथ 25 रन बनाए
अब टीम इंडिया को तीसरे दिन जी जान लगाकर खेलना होगा तभी केपटाउन टेस्ट में कुछ भला होगा.
क्या हो तीसरे दिन की रणनीति:
#तीसरे दिन गेंदबाजों को तीन गुनी मेहनत करनी होगी और दक्षिण अफ्रीका को जल्दी निपटाना होगा क्योंकि यहां जितने रन बनेंगे चौथी पारी में उतने रन टीम इंडिया को बनाने पड़ेंगे.
# दक्षिण अफ्रीका को बड़ी साझेदारियों से रोकना होगा
# अमला, डी विलियर्स और डूप्लेसी को सस्ते में निपटाना होगा
# अफ्रीकी पुछल्ले बल्लेबाजों पर नकेल कसनी होगी.
# कोशिश अफ्रीका को 300 रन की बढ़त से पहले रोकने की होनी चाहिए
# तीसरे दिन लड़खड़ाने से बचना होगा, अगर ये लड़खड़ाना तीसरे दिन भी जारी रहा तो उम्मीद भी मैदान से बाहर चली जाएगी.