Test Cricket Interesting Facts: टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत करीब 146 साल पहले हुई थी. मेलबर्न में मार्च 1877 को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह ऐतिहासिक मुकाबला खेला गया था. टेस्ट क्रिकेट के शुरुआती 12 साल तक तो यही दो टीमें थीं जो इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट खेलती थी. इसके बाद धीरे-धीरे नई टीमों के जुड़ने का सिलसिला शुरू हुआ.


1889 में दक्षिण अफ्रीका इस लिस्ट में शामिल हुआ. दक्षिण अफ्रीका ने भी अपना टेस्ट डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ ही किया. इसके 39 साल बाद 1928 में वेस्टइंडीज को इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट खेलने का दर्जा प्राप्त हुआ. ठीक दो साल बाद यानी 1930 में न्यूजीलैंड भी इस लिस्ट में शामिल हो गया. भारतीय टीम को इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट खेलने का मौका जून 1932 में मिला. वह यह दर्जा हासिल करने वाला छठा देश था.


यह वह दौर था जब क्रिकेट केवल टेस्ट फॉर्मेट में खेला जाता था. सभी देशों ने क्रिकेट के जनक देश कहे जाने वाले इंग्लैंड के खिलाफ मैच के साथ ही टेस्ट डेब्यू किया. 1877 से शुरू हुए क्रिकेट के इस सफर में 1932 तक यानी पूरे 55 साल तक कुल 6 देश को टेस्ट क्रिकेट खेलने का दर्जा मिल चुका था. बाद में इसमें पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसी टीमें शामिल हुईं.


भारतीय टीम ने जब अपना पहला मुकाबला खेला था, तब तक इंटरनेशनल लेवल पर कुल 218 टेस्ट मुकाबले खेले जा चुके थे. इनमें इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा 192 मैच खेले थे. ऑस्ट्रेलिया की टीम भी 148 मुकाबले खेल चुकी थी. इस 55 साल के दौर में दक्षिण अफ्रीका की टीम 75, वेस्ट इंडीज की टीम 12 और न्यूजीलैंड की टीम 9 टेस्ट मैच खेल चुकी थी. उस दौर में इंग्लैंड का पलड़ा सभी पर भारी था.


बाकी तीन टीमों ने कम किया टेस्ट डेब्यू
पाकिस्तान ने अक्टूबर 1952 में भारत के खिलाफ मुकाबले के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया. इसके 30 साल बाद श्रीलंका ने इंग्लैंड के खिलाफ फरवरी 1982 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला. वहीं, बांग्लादेश को नवंबर 2000 में अपना पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला. हालांकि इससे पहले बांग्ला टीम वनडे डेब्यू कर चुकी थी.


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