नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में बहुत सारे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने एक नहीं बल्कि दो-दो देशों से इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है. लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ क्रिकेटर ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की तरफ से इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है. चलिए आज आपको बताते हैं उन्हीं क्रिकेटर्स के बारे में-


अब्दुल हाफिज कारदार


लाहौर में जन्में हाफिज कारदार ने अपने करियर की शुरुआत पाकिस्तान के बनने से कई साल पहले भारतीय टीम के लिए की थी. वे 1946 में इंग्लैंड का दौरा करने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे.


अब्दुल हाफिज करदार भारत के लिए कुल तीन टेस्ट खेले. बंटवारे के बाद उन्होंने पाक के लिए 23 टेस्ट खेले थे. 1952 में, अब्दुल हफीज कारदार को पाकिस्तानी की कप्तानी सौंपी गई. वो टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान की कप्तानी करने वाले पहले क्रिकेटर थे.


हाफिज ने बाद में पाक की राजनीति में भी हाथ आजमाया और स्विट्जरलैंड में पाकिस्तान के राजदूत की जिम्मेदारी निभाई. इससे पहले वे 1972 से लेकर 1977 तक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सेलेक्शन चेयरमैन भी रहे.


आमिर इलाही


आमिर इलाही ने करियर में सिर्फ 6 टेस्ट खेले. उन्होंने सिर्फ एक मैच भारत के लिए केला और बाकी के पांच मैचों में वो पाकिस्तान की टीम का हिस्सा रहे. उन्होंने अपना पहला मैच भारत के लिए 1947 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला था.


भारत और पाकिस्तान का बंटवारा होने के बाद उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से भारत के खिलाफ पांच टेस्ट खेले. उन्होंने करियर की सबसे खास पारी मद्रास में भारत के खिलाफ खेली थी. आखिरी विकेट के लिए उन्होंने जुल्फिकार अहमद के साथ 104 रन की पार्टनरशिप की थी. इसमें आमिर के 47 रन थे.


गुल मोहम्मद


अपने करियर में 9 टेस्ट खेलने वाले गुल मोहम्मद ने आठ मैच भारत के लिए खेले. गुल 1946 में इंग्लैंड और 1947-48 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली भारतीय टीम में शामिल थे.


1955 में पाकिस्तान की नागरिकता लेने के बाद उन्हें एक मैच पाकिस्तान की तरफ से खेलने का मौका मिला. बाद में गुल क्रिकेट प्रशासन में शामिल हुए और 1987 तक लाहौर स्थित गद्दाफी स्टेडियम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर रहे.