(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इस पूर्व क्रिकेटर ने विराट कोहली को बताया ICC के दशक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी अवॉर्ड का प्रबल दावेदार
विराट कोहली को इस दशक के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी, इस दशक के सर्वश्रेष्ठ वनडे और इस दशक के सर्वश्रेष्ठ टी-20 खिलाड़ी अवॉर्ड के लिए भी नामांकित किया गया है.
नई दिल्ली: भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली वनडे में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं. कोहली ने अपने करियर में अब तक 251 वनडे मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 43 शतकों की मदद से 12,040 रन बनाकर रिकॉर्ड स्थापित किया है. उन्होंने सन 2008 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर को लगता है कि भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली इस दशक में वनडे में भारत के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी हैं. कोहली को आईसीसी ने इस दशक के सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी के अवॉर्ड के लिए नामांकित किया है.
गावस्कर ने एक टीवी चैनल से कहा, "मुझे लगता है कि अगर निजी तौर पर खिलाड़ी की बात करते हैं यह निश्चित तौर पर कोहली हैं क्योंकि उन्होंने रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को काफी मैच जिताए हैं." उन्होंने कहा, "मैं यह देख सकता हूं कि खिलाड़ी का प्रभाव क्या रहा है, सिर्फ यह नहीं कि उसने कितने रन बनाए हैं. इस तरीके से देखेंगे तो इस दशक में विराट कोहली का ऐसा प्रभाव रहा है, उन्होंने भारत के लिए काफी सारे मैच जीते हैं."
कोहली को आईसीसी ने इस दशक के सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी के अवॉर्ड के लिए नामांकित किया है. कोहली के साथ इस वर्ग में रविचंद्रन अश्विन, जोए रूट (इंग्लैंड), केन विलियम्सन (न्यूजीलैंड), स्टीव स्मिथ (आस्ट्रेलिया), अब्राहम डिविलियर्स (दक्षिण अफ्रीका) और कुमार संगाकारा (श्रीलंका) को नामांकित किया गया है. इसके अलावा कोहली को इस दशक के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी, इस दशक के सर्वश्रेष्ठ वनडे और इस दशक के सर्वश्रेष्ठ टी-20 खिलाड़ी के लिए भी नामांकित किया गया है.
गावस्कर ने कहा- खिलाड़ियों के बीच दुश्मनी को कम करने में आईपीएल की बड़ी भूमिका
सुनील गावस्कर को लगता है कि आईपीएल ने खिलाड़ियों के बीच दुश्मनी को कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि ये खिलाड़ी विभिन्न देशों से आते हैं और एक साथ समय बिताते हुए आईपीएल टूर्नामेंट में खेलते हैं. गावस्कर ने भारतीय स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब शो 'डीआरएस विद अश्चिन' में कहा, " यह एक गलत धारणा है कि आपको इतना कठोर होना चाहिए कि आप उस प्रतिद्वंद्वी की सराहना न करें जब उसका कोई बल्लेबाज अर्धशतक या शतक बनाता है. आप देखते हैं कि टीमों के खिलाड़ी उनकी पीठ के पीछे हाथ रखते हैं और तालियां भी नहीं बजाते हैं. मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि भारतीय टीम उनमें से नहीं है. एक अर्धशतक या एक शतक की सराहना करने में क्या जाता है?"
उन्होंने कहा, " उपलब्धि तो उपलब्धि है और आपको इसकी तारीफ करनी चाहिए. टीमों के बीच बिरादरी कम हो गई है. यह कहना चाहिए आईपीएल ने खिलाड़ियों के बीच दुश्मनी को कम करने में एक बड़ी भूमिका निभाई है." गावस्कर ने कहा कि 2008 में आईपीएल की शुरुआत होने से पहले खिलाड़ियों के बीच 'अविश्वसनीय और हास्यास्पद दुश्मनी' हुआ करती थी.
उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि लोग पुराने दिनों को पसंद करते हैं. लेकिन हमारे समय में ऐसी स्थिति थी जहां दिन के अंत में ब्रेक के दौरान बल्लेबाजी करने वाली टीम हमेशा फील्डिंग करने वाली टीम के ड्रेसिंग रूम में ड्रिंक्स लेने के लिए जाती थी. क्रिकेट खेलते समय आप एक-दूसरे के गले लगते थे, लेकिन शाम को आपको दूसरी टीम के खिलाड़ियों के बारे में पता चलता था."