नई दिल्ली/जोहानिसर्ग: अपने तेज गेंदबाजों के दम पर ही भारत ने वांडर्स स्टेडियम में खेले गए तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका को 63 रनों से हरा दिया. भारत भले ही यह तीन मैचों की सीरीज 1-2 से हार गया, लेकिन अपने गेंदबाजों के दम पर उसने वांडर्स स्टेडियम में अपने अपराजित क्रम को जारी रखा है. साथ ही इस पूरी सीरीज में उसके गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया.


भारत ने चौथी पारी में दक्षिण अफ्रीका के सामने 241 रनों की चुनौती रखी थी जिसे मेजबान टीम हासिल नहीं कर सकी और 73.3 ओवरों में 177 रनों पर ही ढेर हो गई.


लेकिन भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली गई इन तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ में पहली बार ऐसा हुआ है कि दोनों टीमों के तमाम विकेट गिर गए हों, यानि 120 विकेट गिरे हों.


क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले ऐसी कोई भी घटना नहीं है जिसमें एक सीरीज़ में इतने विकेट गिरे हों.


दक्षिण अफ्रीका में खेली गई इस सीरीज़ में दोनों टीमों के गेंदबाज़ों ने अपनी गेंदबाज़ी का ऐसा जौहर दिखाया कि बल्लेबाज़ नाको चने चबाते नज़र आए. इस सीरीज़ में तीन गेंदबाज़ों ने सर्वाधिक 15-15 विकेट लिए. जिनमें दक्षिण अफ्रीका के वर्नेन फिलेंडर, कगीसो रबाडा और भारत की ओर से मोहम्मद शमी रहे.


इनके अलावा जसप्रीत बुमराह ने भी अपनी पहली सीरीज़ में बेहतरीन गेंदबाज़ी की और 14 विकेट चटकाए. वहीं मोर्ने मोर्कल ने 13 और भुवनेश्वर कुमार ने 2 टेस्ट मैचों में 10 विकेट अपने नाम किए.


पूरी सीरीज़ में गेंदबाज़ों की इतनी शानदार गेंदबाज़ी के आगे बल्लेबाज़ खासी मुसीबत में दिखे. इस सीरीज़ में सर्वाधिक स्कोरर भारतीय कप्तान विराट कोहली रहे. जिन्होंने 3 मैचों की सीरीज़ में 286 रन बनाए. उनके बाद दक्षिण अफ्रीकी स्टार एबी डीविलियर्स रहे. जिन्होंने दूसरे सबसे अधिक 211 रन बनाए.


इन दिग्गज बल्लेबाज़ों के इस प्रदर्शन से ये ज़ाहिर होता है कि इस सीरीज़ में गेंदबाज़ों का कितना बोलबाला रहा.