विराट और विजेंदर को भी कोचिंग देने का दावा कर चुका है गुरमीत राम रहीम!
नई दिल्ली: जब किसी को यह अहसास हो जाता है कि वह जो भी करेगा और बोलेगा, उसके मानने या चाहने वाले उसे सौ आने सही मानेंगे तो अज्ञानता या फिर बड़बोलेपन के कारण वह 'फेंकने' की सारी सीमाएं लांघ जाता है. अब दुष्कर्म के दोषी करार दिए जा चुके डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को ही लीजिए, इस बड़बोले बाबा ने दावा किया है कि वह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को क्रिकेट और ओलम्पिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह को मुक्केबाजी का गुर सिखा चुका है.
गुरमीत ने तो यह भी दावा किया है कि उसने विराट और विजेंदर के अलावा भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन, पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान, आशीष नेहरा, यूसुफ पठान और पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान वकार यूनुस को क्रिकेट का गुर सिखाया है.
इन दिनों सोशल मीडिया पर गुरमीत राम रहीम का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसने इन दिग्गज खिलाड़ियों को कोचिंग देने की बात कही है. और सबसे मजेदार बात यह है कि इस बात से बेखबर कि दुनिया उसके बारे में क्या सोचेगी, वह बिना किसी शर्म के खुद को इन खिलाड़ियों का कोच बता रहा है.
यही नहीं, एक मिनट 13 सेकेंड के वीडियो में उसने यह भी कहा है कि वह 32 खेलों में महारथ रखता है. अब इतने खेलों में तो भारत ओलम्पिक में भी प्रतिनिधित्व नहीं करता है. अब इसको क्या कहेंगे.
वीडियो कब की है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है लेकिन इसकी शुरुआत में ही गुरमीत ने कहा कि वह 32 नेशनल गेम्स खेल चुका है और कई खिलाड़ियों का कोच भी रहा है और इनमें से कई खिलाड़ी देश के लिए पदक जीत चुके हैं और कई आज भी देश का नाम रौशन कर रहे हैं.
गुरमीत ने कहा, "हम ए टू जेड कर लेते हैं. 32 नेशनल गेम ऑलरेडी हम खेले हैं. कई खिलाड़ियों के कोच भी रहे हैं. उनमें से बहुत सारे बच्चे इंडिया के लिए मेडल ला रहे हैं. विजेंदर ने मुक्केबाजी में अभी-अभी देश का नाम रोशन किया है. विराट कोहली, हमारे पास उनका वीडियो है, आप देख सकते हैं कि उन्होंने कैसे आके हमसे सीखा और आज वह देश का नाम रोशन कर रहे हैं."
गुरमीत ने हालांकि यह भी कहा कि वह इन सभी बातों का श्रेय नहीं लेना चाहता क्योंकि उसका मानना है कि यह सब ईश्वर ने किया है. बकौल गुरमीत, "इसमें हमारी कोई बड़ाई नहीं है. यह ओम, हरि, अल्ला, राम ने किया है क्योंकि वो शक्ति देता वर्ना एक इंसान इतने काम करने के बारे में सोच भी नहीं सकता."
गुरमीत से जब यह पूछा गया कि आपने बहुत सारे खिलाड़ियों का 'कल्याण' किया है लेकिन कभी किसी खिलाड़ी ने आपका नाम नहीं लिया, इसके जवाब में उसने कहा, "वो चाहें हमारा नाम न लें लेकिन हम आपको एक वीडिया दिखाएंगे, जब वो (कोहली) छोटे से बच्चे थे, बच्चे नहीं कह सकते यूथ थे, तब वो हमारे पास आए थे. वो हो गए, शिखर धवन हो गए, जगदीश नेहरा (शायद आशीष नेहरा) है, जहीर खान है, यूसुफ पठान है (कानी अंगुली दिखाते हुए कि वह पहले ऐसा दिखता था), वकार यूनुस है, ऐसे बहुत सारे प्लेअर हमारे पास आया करते थे और चूंकी हम खुद प्लेअर रहे हैं, इसलिए वह पूछा करते थे कि कैसे खेलना है."