नई दिल्ली: दुनियाभर में हज़ारों लोग होंगे जो अपने देश के लिए खेलना चाहते होंगे, लेकिन उनमें से कुछ ही ऐसे होते हैं, जिन्हें ये मौका नसीब होता है. कुछ खिलाड़ियों की किस्मत और काबिलियत ऐसी होती है कि वो अपने देश के लिए सिर्फ एक नहीं बल्कि दो-दो खेलों में अपना जलवा दिखा पाते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही क्रिकेटर्स के बार में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने देश के लिए क्रिकेट के साथ-साथ फुटबॉल के मैदान पर भी अपनी चमक बिखेरी.


सर विवियन रिचर्ड्स


सर विवियन रिचर्ड्स का नाम कौन नहीं जानता. 80 के दशक में हर बल्लेबाज बिना हेल्मेट के खेलता था, लेकिन विव रिचर्ड्स की बल्लेबाजी की दुनिया दीवानी थी. अक्सर अपनी बल्लेबाजी से विव रिचर्ड्स गेंदबाजों की लय खराब किया करते थे. सर विवियन रिचर्ड्स 1975 और 1979 में वर्ल्ड कप जीतने वाली वेस्टइंडीज़ टीम का हिस्सा थे. क्रिकेट वर्ल्ड कप के अलावा वो फुटबॉल वर्ल्ड कप भी खेले हैं. उन्होंने 1974 में खेले गए फुटबॉल वर्ल्ड कप में क्वालीफायर में एंटीगा और बारबुडा का भी प्रतिनिधित्व किया था.


सर इयान बॉथम


सर इयान बॉथम का नाम सबसे बड़े इंग्लिश कप्तानों में शुमार किया जाता है. 80 के दशक में उनके नाम की तूती बोलती थी. जब भी क्रिकेट की दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों की बात होगी तो सर इयान बॉथम का नाम जरुर आएगा. उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में तो नाम कमाया ही इसके साथ ही साथ उन्होंने कुछ समय के लिए पेशेवर फुटबॉल भी खेली. मार्च 1980 में, उन्होंने लोअर लीग साइड स्कंथोरपे यूनाइटेड के लिए साइन किया और आयरन के लिए कुल 11 प्रदर्शन किए.


एलिसा पैरी


ऑस्ट्रेलिया की स्पोर्ट्सवुमेन कहलाने वाली एलिस पैरी ऑलराउंडर क्रिकेटर हैं. एलिसा पैरी क्रिकेट पिच पर ऑलराउंडर तो हैं ही इसके अलावा उन्होंने फुटबॉल में भी अपना जलवा दिखाया है. पैरी ने क्रिकेट से पहले महज 16 साल की उम्र में नेशनल फुटबॉल टीम में अपनी जगह बनाई थी. वो ऑस्ट्रेलिया की ऐसी इकलौती महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने दो स्पोर्ट्स के वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया है.