भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर सौरव गांगुली का कार्यकाल आज 27 जुलाई को खत्म हो रहा है. सौरव गांगुली ने पिछले साल अक्टूबर में बीसीसीआई में अध्यक्ष के तौर पर कमान संभाली थी. हालांकि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों की वजह से गांगुली को महज 9 महीने का कार्यकाल ही मिला. इसके साथ ही बीसीसीआई में अब अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव का पद खाली हो जाएगा.


बीसीसीआई के उपाध्यक्ष ने चार महीने पहले इस्तीफा दे दिया था, जबकि सचिव जय शाह का कार्यकाल मई में खत्म हो गया. इसके अलावा बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी और जीएम सबा करीम भी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं.


कोर्ट में दो हफ्ते के लिए टली सुनवाई


सौरव गांगुली और जय शाह का कार्यकाल बढ़ाने से जुड़ी हुई याचिका सुप्रीम कोर्ट में डाली गई है. इस याचिका में सौरव गांगुली और जय शाह के लिए तीन के पूरे कार्यकाल की मांग की गई है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई को दो हफ्ते के लिए टाल दिया था.


लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के तहत कोई व्यक्ति लगातार 6 साल तक ही बीसीसीआई या इससे जुड़े राज्य के क्रिकेट बोर्ड के किसी पद पर रह सकता है. 6 साल का कार्यकाल पूरा होने के अधिकारी को तीन साल के लिए कोलिंग ऑफ पीरियड में जाना पड़ता है.


हालांकि सौरव गांगुली और जय शाह के मामले में अलग अलग कानूनी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. कुछ का मानना है कि कोर्ट में सुनवाई होने तक बतौर अध्यक्ष सौरव गांगुली और बतौर सचिव जय शाह अपना काम जारी रख सकते हैं.


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