Tokyo Olympics 2020: टोक्यो ओलंपिक में भारत का शूटिंग में प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा है. भारत को मनु भाकर से तीन इवेंट में मेडल की उम्मीद थी. लेकिन मनु भाकर किसी भी इवेंट के फाइनल में क्वालिफाई नहीं कर पाई. मनु भाकर ने अपने खराब प्रदर्शन पर चुप्पी तोड़ी है और हार का ठीकरा पूर्व कोच जसपाल राणा पर फोड़ा है.


मनु भाकर टोक्यो से भारत वापस लौट चुकी हैं. मनु भाकर का कहना है कि वह विवादों से दूर रहने की कोशिश करेंगी और 25 मीटर समेत तीनों इवेंट में खेलना जारी रखेंगी. मनु भाकर ने दावा किया है कि वह पहले ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन से मजबूत वापसी करेंगी.


मनु भाकर ने कहा कि पूर्व कोच जसपाल राणा के साथ विवाद के कारण ओलंपिक के लिए उनकी तैयारियां प्रभावित हुई थी. राणा ने उन्हें 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा से अपना नाम वापस लेने को कहा था. मनु भाकर ने साफ कर दिया है कि वह 25 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में खेलना जारी रखेंगी.


मनु भाकर ने कहा कि नकारात्मकता और राणा के साथ उनके विवाद के अलावा हर कीमत पर पदक जीतने की उनकी चाहत से स्थिति और खराब हो गयी. मनु ने कहा कि उनसे बार-बार यह कहा गया था कि 25 मीटर स्पर्धा से अपना नाम वापस लें.


मनु भाकर ने किया बेहतर प्रदर्शन का दावा


मनु ने म्यूनिख में आईएसएसएफ विश्व कप के दौरान तोक्यो ओलंपिक का यह कोटा हासिल किया था. उन्होंने कहा, ''नकारात्मकता थी क्योंकि मेरे माता-पिता को भी इस पूरे मामले में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था. नकारात्मकता के कारण ही मुझ से पूछा गया कि भोपाल में ट्रेनिंग के दौरान मेरी मां मेरे साथ क्यों हैं और मेरे पिता क्यों साथ हैं?''


मनु का कहना है कि उनके साथ जो समस्याएं थीं उनका जसपाल राणा ने समाधान नहीं किया. विवाद के बाद हालांकि भारत के पूर्व निशानेबाज रौनक पंडित को मनु भाकर का कोच नियुक्त किया. मनु भाकर ने कहा, ''एनआरएआई  ने इस समस्या के समाधान की पूरी कोशिश की और उन्होंने हमें विश्वास में भी लिया.''


मनु ने कहा कि ओलंपिक के पहले अनुभव से उन्होंने काफी कुछ सीखा है जो आगे काम आयेगा. स्टार निशानेबाज ने कहा कि इस अनुभव से वह भविष्य में मुश्किल परिस्थितियों का बेहतर तरीके से सामना कर पायेंगी.


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