पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय तक पीसीबी के चेयरमैन रहे और पाकिस्तानी क्रिकेट प्रशासन में जाना-माना चेहरा नजम सेठी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए उमर अकमल की कथित बीमारी का दावा किया.
नजम सेठी ने चैनल से बात करते हुए बताया कि जब वो चेयरमैन बने तो उनके सामने पहली समस्या उमर को लेकर आई. उन्होंने कहा, “हमारे पास मेडिकल रिपोर्ट थी, जिसमें साफ था कि उसे मिर्गी के दौरे पड़ते हैं और इसलिए हमने उसे वेस्टइंडीज से वापस बुला लिया. जब मैंने उससे मुलाकात की, तो मैंने उसे बताया कि ये गंभीर समस्या है और उसे आराम करना चाहिए और इलाज कराना चाहिए.”
2013 में पीसीबी चेयरमैन बने सेठी ने बताया कि उमर अपनी बीमारी को मानने के लिए तैयार ही नहीं थे और वो मानसिक तौर पर फिट नहीं था. सेठी 2018 तक चेयरमैन रहे और उनके बाद पीएम इमरान खान ने एहसान मनी को चेयरमैन बना दिया.
खुद के लिए खेलते थे उमर
नजम सेठी ने बताया कि उन्होंने शुरू में 2 महीने के लिए उमर को खेलने से रोका, लेकिन बाद में उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट सेलेक्टरों को सौंप कर चयन का मामला उनके हाथ में छोड़ दिया.
सेठी ने साथ ही दावा किया कि उमर अकमल अनुशासन में नहीं रह सकता था और खुद को टीम से ऊपर रखता था. सेठी ने उमर को प्रतिभाशाली क्रिकेटर बताया, लेकिन कहा कि वो टीम के बजाए खुद के लिए खेलता था.
उमर अकमल को इसी हफ्ते पीसीबी ने फिक्सिंग के लिए संपर्क किए जाने की जानकारी छुपाने का दोषी पाते हुए 3 साल के लिए बैन कर दिया. सेठी ने कहा जिस तरह की अनुशासनहीनता उमर अकमल ने दिखाई, उसको देखते हुए ऐसा होना ही था.
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