रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने कहा कि भारतीय टीम से कुछ मैचों के बाद अंदर बाहर किये से उनका मनोबल गिरा और उनकी फार्म में गिरावट आयी, जिसे मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है.


उमेश भारत की विश्व कप टीम का हिस्सा नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उनके लिये कुछ भी सही नहीं हो रहा है और बढ़ते दबाव से उनकी गेंदबाजी की सटीकता और लय पर असर पड़ा.


उमेश ने कहा, ‘‘हर कोई कह रहा है कि मैं अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहा हूं और ऐसा क्यों हो रहा है? क्योंकि पिछले दो सालों में मैंने घरेलू स्तर पर सभी प्रारूपों में खेलना जारी रखा लेकिन इसके बावजूद मैंने इतने वनडे या टी20 मैच नहीं खेले. मुझे सिर्फ दो या तीन मैचों के लिये चुना जाता और फिर टीम से बाहर कर दिया जाता. ’’


उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई सोच रहा है कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे रहा लेकिन ऐसा नहीं है. ऐसा प्रत्येक तेज गेंदबाज के लिये होता है. ’’


उमेश ने कहा, ‘‘इसकी एक्सप्लेन करना मुश्किल है क्योंकि यह हर गेंदबाज के जीवन का हिस्सा है. कभी कभार हमारे लिये दिन अच्छा या फिर बुरा होता है. मुझे लगता है कि यह ऐसा दौर है जहां चार से छह महीनों से मैं इतनी सटीक गेंदबाजी नहीं कर पा रहा हूं. ’’


उमेश ने अपना पिछला वनडे 24 अक्टूबर को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था.