Mohammed Shami: 'मटन के बिना बॉलिंग...' मोहम्मद शमी के करीबी दोस्त ने खोल दिया भारतीय पेसर की 'रफ्तार' का राज
Mohammed Shami Diet: चोट के कारण कई महीनों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे मोहम्मद शमी अब वापसी की तैयारी में लगे हैं. उनके एक करीबी दोस्त ने उनकी डाइट को लेकर बड़ा खुलासा किया है.
Umesh Yadav Reveal Mohammed Shami Diet: भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी नवंबर 2023 से चोट के कारण टीम से बाहर हैं. अब वह मैदान पर वापसी की तैयारी कर रहे हैं. शमी ने आखिरी बार वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा था. शमी 24 विकेट लेकर इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे. हालांकि इस दौरान वह चोटिल हो गए थे.
मोहम्मद शमी आईपीएल 2024 और टी20 वर्ल्ड कप 2024 जैसे कुछ बड़े इवेंट से चूक गए थे. लेकिन अब उन्होंने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं और अपनी पुरानी फॉर्म में लौटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हाल ही में शमी के दोस्त उमेश कुमार ने उनके खाने की आदतों और खासकर मटन के प्रति उनके प्यार के बारे में दिलचस्प बातें बताई हैं.
उमेश कुमार ने खोला शमी की डाइट का राज
उमेश कुमार ने शुभांकर मिश्रा के यूट्यूब चैनल पर बताया- "शमी सब कुछ सह सकते हैं, लेकिन मटन के बिना नहीं रह सकते. अगर एक दिन शमी मटन नहीं खाते तो वो बर्दाश्त कर लेते हैं, लेकिन दूसरे दिन आप उन्हें बेचैन देखेंगे और तीसरे दिन उनका दिमाग खराब हो जाएगा. शमी को रोज़ाना 1 किलो मटन चाहिए होता है, नहीं तो उनकी गेंदबाजी की रफ्तार 15 किलोमीटर प्रति घंटे तक कम हो सकती है."
कब होगी शमी की भारतीय टीम में वापसी?
मोहम्मद शमी हाल ही में नेट्स में पूरे जोश के साथ गेंदबाजी करते नजर आए थे, जिससे उनके फैंस में उम्मीद जगी है कि वह जल्द ही अपनी पूरी फॉर्म में लौट आएंगे. भारत के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने भी उम्मीद जताई है कि शमी 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के लिए समय पर ठीक हो जाएंगे.
अगरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- "हमें अधिकांश खिलाड़ियों के बारे में पता है. कुछ चोटिल हैं और हमें उम्मीद है कि वे वापसी करेंगे. शमी ने गेंदबाजी शुरू कर दी है, जो एक अच्छा संकेत है. 19 सितंबर को पहला टेस्ट है और यही उनका रिकवरी का लक्ष्य था. मुझे नहीं पता कि यह उनकी रिकवरी की समय सीमा है या नहीं, इसके लिए हमें एनसीए के लोगों से पूछना होगा."