इंग्लैंड के अंपायर नाइजेल लोंग को विराट कोहली से बहस के बाद स्टेडियम के एक कमरे के दरवाजे को कथित रूप से नुकसान पहुंचाने के लिये बीसीसीआई की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन भारतीय बोर्ड 12 मई को होने वाले आईपीएल फाइनल से उन्हें नहीं हटाएगा.

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान कोहली ने शनिवार को बेंगलुरू में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच के दौरान नो बॉल के एक विवादित फैसले को लेकर अंपायर से बहस की थी, जिस पर वह भड़क गए थे.

आपको बता दें कि ये विवाद सनराइज़र्स हैदराबाद की पारी के आखिरी ओवर में हुआ था. उस वक्त उमेश यादव गेंदबाज़ी कर रहे थे. तभी अंपायर ने उनकी गेंद को नो बॉल करार दे दिया. लेकिन रीप्ले में दिखाई दिया कि उमेश का पैर लाइन के काफी अंदर था.

फैसला गलत होने की वजह से विराट कोहली और उमेश ने उनके इस फैसले का विरोध किया. लेकिन नाइजेल लोंग कप्तान कोहली के विरोध जताने से नाराज़ हो गए थे. रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी एलीट पेनल के अंपायर ने पारी के ब्रेक के दौरान अंपायरों के कमरे का दरवाजा जोर से पीटकर क्षतिग्रस्त कर दिया.

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि लोंग को इस पर सफाई देनी पड़ सकती है, लेकिन वह हैदराबाद में होने वाले आईपीएल फाइनल से नहीं हटेंगे.

कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सचिव आर सुधाकर राव ने कहा कि अंपायर ने नुकसान की भरपाई कर दी है. केएससीए अधिकारियों के कहने के बाद उन्होंने 5000 रूपये दिए और उसकी रसीद भी मांगी.

50 साल के नाइजेल लोंग 56 टेस्ट, 123 वनडे और 32 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं और विश्व कप के अंपायरों में से एक होंगे.

नो बॉल को लेकर विवाद में रहे इस मुकाबले को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 4 विकेटों से अपने नाम कर लिया था.