मेलबर्न: भारत में 2013 में ‘होमवर्क प्रकरण’ के कारण खेलने का मौका गंवाने वाले आस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने कहा है कि उन्होंने सबक सीख लिया है और इस महीने भारत के खिलाफ शुरू हो रही चार टेस्ट की श्रृंखला में छाप छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं.



 



ख्वाजा 2013 में भारत का दौरा करने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे जब वह तत्कालीन कोच मिकी आर्थर से जुड़े ‘होमवर्क प्रकरण’ में शेन वाटसन, मिशेल जानसन और जेम्स पेटिनसन के साथ शामिल रहे.



 



टीम कैसे सुधार कर सकती है इस पर ख्वाजा ने लिखित जवाब नहीं दिया जिसके कारण उन्हें निलंबन का सामना करना पड़ा और उन्होंने भारत दौरे पर टेस्ट खेलने का मौका गंवा दिया था और अगर 23 फरवरी को पुणे में वह पहले टेस्ट में खेलते हैं तो यह भारतीय सरजमीं पर उनका पहला टेस्ट होगा.



 



‘सिडनी मोर्निंग हेराल्ड’ की खबर के अनुसार ख्वाजा ने फेयरफेक्स मीडिया से कहा,‘‘वह कड़ा दौरा(भारत का 2013 का) था, मैदान के बाहर से भी, सिर्फ इसलिए क्योंकि हम मैच गंवा रहे थे और चीजें हमारे पक्ष में नहीं हो रही थी.’’ भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से पूर्व फिलहाल आस्ट्रेलियाई टीम दुबई में ट्रेनिंग कर रही है.



 



ख्वाजा ने कहा, ‘‘उस समय ड्रेसिंग रूम के इर्द गिर्द कई चीजें चल रही थी. मुझे लगता है कि समय समय पर ऐसा होता है विशेषकर तब जब आप मैच हार रहे हों. लेकिन अब हमारा समूह अलग है, अलग सहायक स्टाफ है.’’ आस्ट्रेलिया ने 2013 की श्रृंखला 0-4 से गंवाई थी और टीम 2004 से भारतीय सरजमीं पर टेस्ट जीतने में विफल रही है जब एडम गिलक्रिस्ट की अगुआई में टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की थी.



 



ख्वाजा को अब रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की भारत की घातक स्पिन जोड़ी को नाकाम करने में मदद करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.



 



उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी अच्छे विरोधी, काफी अच्छे खिलाड़ियों, काफी अच्छे गेंदबाजों के खिलाफ खेलने को लेकर हमेशा रोमांचित हो जाता हूं. अंत में यही मायने रखता है, खेलना और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खुद को चुनौती देना.’’ ख्वाजा, ‘‘सभी अलग रवैया अपनाते हैं. सभी ने यह देखा होगा :जडेजा और अश्विन की गेंदबाजी के वीडियो: लेकिन कुछ लोग इसे अधिक देखते हैं और कुछ लोग कम. यह आधुनिक खेल है, जहां सभी एक दूसरे को खेलते हुए देखते हैं, यह खेल का हिस्सा है.’’