भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वरुण अरुण ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से रिटायरमेंट का एलान कर दिया. 34 साल की उम्र में वरुण अरुण झारखंड की ओर से राजस्थान के खिलाफ आखिरी फर्स्ट क्लास मैच खेल रहे हैं. वरुण अरुण ने 2008 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था. 16 साल के लंबे कैरियर में वरुण अरुण ने 65 मुकाबले खेले और वह 168 विकेट लेने में कामयाब रहे. वरुण अरुण की रफ्तार को देखते हुए उन्हें टीम इंडिया के लिए डेब्यू का मौका भी मिला था. हालांकि वरुण का इंटरनेशनल क्रिकेट कैरियर ज्यादा लंबा नहीं रहा और वह भारत के लिए 9 टेस्ट के अलावा 9 वनडे मैच ही खेल पाए.
वरुण अरुण को टीम इंडिया के लिए 2011 में डेब्यू का मौका मिला. 2015 तक वरुण अरुण टीम इंडिया से अंदर बाहर होते रहे. 2015 में वरुण अरुण ने भारत के लिए आखिरी टेस्ट मैच खेला. वरुण 9 टेस्ट मैच में 18 विकेट लेने में कामयाब रहे. 2011 में वनडे कैरियर की शुरुआत करने के बाद 2014 तक वरुण अरुण ने 9 वनडे खेले और 11 विकेट हासिल किए.
ब्रॉड की तोड़ी थी नाक
वरुण अरुण का क्रिकेट कैरियर बार-बार चोटिल होने की वजह से प्रभावित हुआ. संन्यास का एलान करते हुए वरुण अरुण ने कहा, ''मैं 2008 से रेड बॉल क्रिकेट खेल रहा हूं. मैंने हमेशा तेज गेंदबाजी की है. इसी वजह से मैं बार-बार चोटिल हुआ. अब मेरा शरीर साथ नहीं दे रहा है. मैं ज्यादा तेज गेंदें नहीं डाल पा रहा हूं. इसलिए मैंने संन्यास लेने का फैसला किया है.''
जमशेदपुर में वरुण अरुण झारखंड के लिए अपना आखिरी मुकाबला खेल रहे हैं. इसी मैदान से वरुण अरुण ने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत की थी. वरुण अरुण हालांकि अपने छोटे से कैरियर के दौरान तेज रफ्तार से चर्चा में रहने में कामयाब रहे. 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए वरुण अरुण की बाउंसर पर इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर स्टुअर्ट ब्रॉड का नाक टूट गया था. वरुण अरुण ऐसे गेंदबाज रहे हैं जो कि लगातार 150 किलोमीटर की रफ्तार से गेंद फेंकने की क्षमता रखते थे.