Vasudeo Paranjape Death: मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, महान सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, संजय मांजरेकर और मौजूदा समय में रोहित शर्मा ये टीम इंडिया के कुछ बड़े नाम हैं. इनके इस महान बनने की जर्नी में कई कोच और मेंटर का हाथ होता है जिनके बारे में हमें कम ही पता चल पाता है. ऐसे ही भारतीय क्रिकेट के अनसंग हीरो (unsung hero) वासुदेव परांजपे का कल मुंबई में अपने निवास स्थान पर 82 साल की उम्र में निधन हो गया. परांजपे के निधन पर दुख जताते हुए सचिन ने भी कहा कि, ऐसा लगता है जैसे मेरा एक हिस्सा ये दुनिया छोड़ कर चला गया है.
  

 

बता दें कि, वासुदेव, जतिन परांजपे के पिता भी थे, जो कि भारत के लिए चार वनडे इंटरनेशनल खेलने के साथ साथ नेशनल सेलेक्टर भी रह चुके हैं. हालांकि परांजपे का प्लेइंग करियर छोटा ही था. उन्होंने मुंबई और बड़ौदा के लिए 29 फर्स्ट क्लास मैच खेले थें. भारतीय क्रिकेट के कई महान सितारों का मेंटर होने के चलते उन्हें काफी पहचान मिली. परांजपे अपने काम में इतने माहिर थे कि कई विदेशी खिलाड़ी भी उनसे सलाह लेने आते थें. इनमें से एक नाम इंग्लैंड के बल्लेबाज एड स्मिथ का भी था. बैटिंग तकनीक को लेकर परांजपे की नॉलेज और खिलाड़ियों के अंदर से उनका सर्वश्रेष्ठ खेल निकलवाने की उनकी कला के सभी कायल थे. 

 

मेरा एक हिस्सा दुनिया छोड़ कर चला गया है- सचिन 


 

सचिन तेंदुलकर ने भी परांजपे के निधन पर गहरा दुख जताते हुए उन्हें श्रद्धांजली दी हैं. तेंदुलकर ने कहा है कि, "हम सभी उन्हें वासु सर के नाम से बुलाते. वो मेरे सबसे अच्छे कोचों में से एक थें. मेरी क्रिकेट जर्नी का अहम हिस्सा होने के साथ साथ वो कई मायनों में मेरे मेंटर भी थें." साथ ही तेंदुलकर ने बताया, "मेरे करियर के शुरुआती दिनों में वो मुझसे मराठी में कहते थें, आप पहले 15 मिनट विपक्षी टीम की गेंदबाजी को देखो और इसके बाद वो आपको दिन भर बल्लेबाजी करते देखेंगे."

 


 

सचिन तेंदुलकर ने साथ ही कहा, "इंदौर में अंडर-15 के नेशनल कैम्प के दौरान, हम जहां रह रहे थें वहां का केयरटेकर वासु सर के पास हमारी शिकायत लेकर गया. उसने वासु सर से शिकायत की कि, बच्चें रात में टेनिस बॉल से क्रिकेट खेल रहें हैं. इस पर वासु सर ने उससे कहा, वो बच्चें हैं और खेलेंगे ही. तुम भी जाकर उनके लिए फ़ील्डिंग करो. वो ऐसी अपनी कई यादें हमारे साथ छोड़ गए हैं. मुझे ऐसा लगता हैं कि, जैसे मेरा एक हिस्सा ये दुनिया छोड़ कर चला गया है. RIP वासु सर."

 



परांजपे सर ने क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है- सुनील गावस्कर 

 

पिछले साल परांजपे के ऊपर लिखी गई Cricket Drona नाम की किताब का विमोचन भी हुआ था. इसके लिए आयोजित समारोह में गावस्कर ने भी परांजपे को लेकर कहा था, "परांजपे सर पूरी तरह से क्रिकेट के प्रति समर्पित हैं. जितना उन्हें क्रिकेट से मिला है उस से कई ज्यादा उन्होंने क्रिकेट को दिया है."

 

इसी कार्यक्रम में टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा ने भी कहा था, "मुझे परांजपे सर ने सिखाया कि अलग अलग हालात में किस तरह से बल्लेबाजी की शैली में बदलाव करना चाहिए. कोचिंग के शुरुआती दिनों में वो हमेशा कहते थे कि हालात कभी समान नहीं होते. खेल को जल्द से जल्द पढ़ने की कोशिश करो. आप कहा खेल रहे हो, इन हालात में आप टीम के लिए क्या कर सकते हो. आपके पास अभी ये बारीक बातें सीखने का मौका है, जब आप मुंबई या भारत के लिए खेलोगे तब आपको इतना मौका नहीं मिलेगा."

 


विनोद कांबली और संजय मांजरेकर ने भी जताया दुख 

 

तेंदुलकर के साथी और पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली और संजय मांजरेकर ने भी वासु परांजपे के निधन पर दुख जताया.  

 


 


 

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