कोरोना वायरस की वजह से क्रिकेट टूर्नामेंट्स का आयोजन नहीं हो रहा है. हालांकि इस दौरान क्रिकेट फैंस को खेल के मैदान से जुड़े हुए बड़े राज जानने को मिल रहे हैं. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने बताया है कि केविन पीटरसन को आईपीएल में मिलने वाले पैसे की वजह से टीम के बाकी खिलाड़ी उनसे जलते थे.


आईपीएल के दूसरे सीजन में केविन पीटरसन लीग के सबसे महंगे खिलाड़ी बनकर उभरे थे. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने पीटरसन को 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा था. इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर एंड्रयू फिंल्टॉफ को भी 2009 के सीजन के लिए 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा गया था.


वॉन ने कहा, "मुझे लगता है कि उस समय खिलाड़ियों को काफी जलन हो रही थी और अब हालांकि खिलाड़ी इसे मना करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि यह वो समय था जब पीटरसन को बड़ा आईपीएल अनुबंध मिला था."


दूसरे खिलाड़ियों को होती थी जलन


इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा, "टीम में कई तरह की बातें और अफवाहें थीं. ग्रैम स्वान, जेम्स एंडरसन, टिम ब्रेसनेन, स्टुअर्ट ब्रॉड और मैट प्रायर का एक ग्रुप था. ऐसी खबरें थी कि यह लोग एक तरफ हैं और केविन अलग और अकेले हैं."


वॉन ने कहा, "केविन आईपीएल जाना चाहते थे और यहीं से यह सब शुरू हुआ और तभी समूह बन गए. केविन का कहना था कि वह इसलिए खेलना चाहते हैं कि इससे वनडे टीम को फायदा होगा और सभी वनडे खिलाड़ियों को वहां खेलने का मौका मिलेगा. लेकिन उनको लगता था कि वह सिर्फ पैसे के लिए जा रहे हैं. उनको बड़ा करार मिला था जबकि बाकियों को यह नहीं मिलता."


केविन पीटरसन करीब 10 साल तक इंग्लैंड की टीम के स्टार खिलाड़ी रहे. हालांकि विवादों की वजह से पीटरसन के करियर का अंत हो गया.


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