विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) ने गुरुवार को कहा कि पिछले साल दिसंबर में संशोधित संविधान के अनुसार चुनाव कराने के बाद वह अब नए चुनाव नहीं कराएगा.


एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को इस संदर्भ में पुष्टि करते हुए कहा कि विदर्भ अपने संविधान को लोढा समिति की सिफारिशों के अनुसार संशोधित करने और इसके तुरंत बाद चुनाव कराने वाले शुरुआती राज्य संघों में शामिल था.

यह पूछने पर कि क्या विदर्भ दोबारा चुनाव कराएगा तो अधिकारी ने इससे इनकार कर दिया.

अधिकारी ने कहा, ‘‘हम पूरी तरह से अनुपालन करते हैं (लोढा सिफारिशों का) और हमने चुनाव कराए हैं (इसी के अनुसार).’’ अधिकारी ने कहा कि चयनित प्रतिनिधियों का कार्यकाल तीन साल का होगा.

पता चला है कि पिछले साल दिसंबर में हुए चुनाव में आनंद जायसवाल को अध्यक्ष चुना गया था. वीसीए ने कहा कि वह जल्द ही अपना प्रतिनिधि तय करेगा जिसे 22 अक्टूबर को होने वाले बीसीसीआई के चुनावों के लिए भेजा जाएगा.

अधिकारी ने अधिक जानकारी दिए बगैर कहा, ‘‘नाम को अंतिम रूप देने के लिए हम कुछ दिन में बैठक करेंगे.’’

इस बीच प्रशासकों की समिति (सीओए) के मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) को पूर्व शीर्ष नौकरशाह डीएन चौधरी की जगह किसी और को नया निर्वाचन अधिकारी नियुक्त करने के लिए कहने के एक दिन बाद पता चला है कि एमसीए पदाधिकारी इस मामले में कानूनी सलाह लेंगे.

सीओए ने एमसीए को 28 सितंबर से पहले चुनाव कराने को कहा है और ऐसा नहीं करने की स्थिति में वह बीसीसीआई चुनावों में वोटिंग अधिकार गंवा देगा.

सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के चुनाव 26 सितंबर को होने हैं जबकि इसके एक दिन बाद 27 सितंबर को बड़ौदा क्रिकेट संघ के चुनाव होंगे. इन चुनावों में लोढा समिति की सिफारिशों के अनुसार नए पदाधिकारियों का चयन किया जाएगा जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष के अलावा शीर्ष परिषद के सदस्य शामिल हैं.