मुंबईः टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में खेली अपनी शतकीय पारी को अपने करीबी दोस्त के पिता को समर्पित किया जिनका देहान्त मैच के पहले दिन हो गया था. विजय ने 136 रन की शानदार पारी खेली.



अपनी शतकीय पारी पर बात करते हुए विजय ने कहा कि ''मैच और ये पारी मेरे लिए काफी भावुक कर देने वाला है क्योंकि मैच के पहले ही दिन उनके (दोस्त के पिता) देहान्त की खबर आई.'' अपने शतक को दोस्त के स्वर्गवासी पिता को समर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि ''उस परिवार का और खास तौर पर उनका मेरे जीवन पर गहरा असर है. उनके परिवार ने मेरे लिए बहुत कुछ किया है.''



विजय ने वानखेड़े के मैदान पर शतकीय पारी खेल भारत को बढ़त दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. दूसरे विकेट के लिए उन्होंने चेतेश्वर पुजारा के साथ 107 और आउट होने से पहले कप्तान विराट कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी निभाई.



अपने 8वें टेस्ट शतक के साथ विजय ने वानखेड़े मैदान का 14 साल का सूखा खत्म किया. एक भारतीय सलामी बल्लेबाज के रूप में इससे पहले वीरेंद्र सहवाग ने साल 2002 में शतक लगाया था.